पहलू खान मॉब लिंचिंग मामले में झूठी निकली बेटे की ये बात, पुलिस ने किया खुलासा!
जयपुर। भीड़ हिंसा के शिकार कथित गौ तस्कर पहलू खान प्रकरण के गवाहों पर फायरिंग और हमले का मामला पुलिस जांच में फर्जी निकला है। इस मामले के गवाहों में पहलू खान के बेटे भी शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि जांच के दौरान खंगाले गए सीसीटीवी फुटेज में फायरिंग व हमले के कोई सबूत नहीं मिले हैं। घटना को लेकर न कोई परिस्थितिजन्य साक्ष्य और न ही कोई चश्मदीद गवाह मिला है। साथ ही हाईवे पर ऐसा कोई भी संदिग्ध वाहन सीसीटीवी फुटेज में नजर नहीं आया, जैसा शिकायतकर्ताओं ने बताया था।
बहरोड़ पुलिस का कहना है कि पहलू खान मामले के गवाहों व मेव समाज द्वारा शनिवार को फायरिंग व हमले की शिकायत जांच में झूठी निकली है। गौरतलब है कि गत शनिवार को पहलू खान मामले के गवाह, समाजिक कार्यकर्ता व मेव समाज के लोग अलवर के पुलिस अधीक्षक राजेंद्र सिंह के पास शिकायत लेकर पहुंचे थे कि वे अलवर के बहरोड़ की अदालत में गवाही देने जा रहे थे। बहरोड़ से करीब 8-9 किलोमीटर पहले काले रंग की स्कॉर्पियो में बैठे कुछ बदमाशों ने ओवरटेक कर उनकी गाड़ी रुकवाई और फायरिंग की। वाहन पर नम्बर प्लेट भी नहीं लगी हुई थी। उन्होंने कहा कि बदमाशों ने मामले के चार गवाहों पर ही हमला किया। शिकायत में कहा कि बदमाश नीमराना से ही पीछा कर रहे थे। फायरिंग करते हुए गाड़ी बहरोड़ की तरफ चली गई।
मेव समाज के लोगों ने गवाहों को जान का खतरा बताते हुए अलवर के पुलिस अधीक्षक राजेंद्र सिंह से मांग की थी कि मामले की सुनवाई बहरोड़ अदालत की जगह अलवर की अदालत में स्थानांतरित कर दी जाए। गौरतलब है कि पहलू केस में गवाहों के शनिवार से बयान शुरू होने थे। शिकायतकर्ता का आरोप है कि गवाही रोकने के लिए यह हमला हुआ है। पिछले वर्ष पहलू खान पर गौ तस्करी का आरोप लगाते हुए अलवर के नजदीक हाईवे पर मारपीट हुई थी। मॉब लिंचिंग कि इस घटना में उसकी जान चली गई थी।
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