Ishu Yadav : गांव की वो लड़की जो 82 दिन में 27 KG वजन घटाकर भारतीय सेना में बन गई लेफ्टिनेंट
झुंझुनूं, 10 जनवरी। कौन कहता है कि आसमां में छेद नहीं हो सकता जरा एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो...। इस बात को राजस्थान के झुंझुनूं जिले की ईशु यादव ने साबित कर दिखाया।
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बुलंद हौसलों से ईशु यादव बनीं लेफ्टिनेंट
भारतीय सेना में जाने का ख्वाब संजोने वाली ईशु यादव का वजह कभी 80 किलोग्राम हुआ करता था। थोड़ी सी दूर भी दौड़ लेने पर हांफने लगी थी, मगर बुलंद हौसलों के दम पर ईशु ने कामयाबी की नई कहानी लिख दी।
ईशु यादव, गांव नावता बुहाना झुंझुनूं
दरअसल, ईशु यादव झुंझुनूं जिले के बुहाना उपखंड इलाके के गांव नावता की रहने वाली हैं। ईशु यादव सहस्त्र बल चिकित्सा सेवा के मिलिट्री नर्सिंग सर्विस में लेफ्टिनेंट बनी हैं। सोमवार को लखनऊ में ट्रेनिंग के लिए ज्वाइन करेगी।
28 जुलाई 2021 को दी थी परीक्षा
मीडिया से बातचीत में ईशु यादव कहती हैं कि 12वीं उत्तीर्ण करने के बाद मैंने भारतीय सेना की मिलिट्री नर्सिंग सर्विस के लिए आवेदन किया। 28 जुलाई 2021 को परीक्षा थी। 24 अगस्त को रिजल्ट आया। इसमें सफल रहीं।
80 किलोग्राम वजन बन रहा था बाधा
रिजल्ट के चार दिन बाद मेडिकल व फिजिकल था। तब ईशु का 80 किलोग्राम वजन राह में रोड़ा बन गया। नियमानुसार वजन 55 किलोग्राम होना चाहिए था। ऐसे में ईशु ने वजन घटना के लिए वक्त मांगा तो 42 दिन का समय मिला।
मंदिर की सीढ़ियों पर चढ़ना उतरना शुरू किया
नियमानुसार 25 किलोग्राम वजन कम करना था। ईश ने इसे चुनौती के रूप में स्वीकार किया। गांव में सुबह रोजाना 10 किलोमीटर दौड़ लगाना शुरू किया। गांव में सिद्ध बाबा के मंदिर की सीढ़ियों और पहाड़ी पर चढ़ना उतरना शुरू किया। खूब मेहनत की। 42 दिन में 25 किलोग्राम वजन कम नहीं हुआ।
40 दिन का एक और मौका मिला
इस पर ईशु यादव ने एक और मौका मांगा तो इस बार 40 दिन का समय और मिला। दूसरे मौके में ईशु ने कमाल कर दिखाया। कुल 82 दिन में 27 किलोग्राम वजन कम कर लिया। 8 दिसम्बर को दुबारा फिजिकल हुआ तो 54 किलो वजन था और ईशु का लेफ्टिनेंट पद पर चयन हो गया।
लेफ्टिनेंट ईशु यादव का परिवार
दादा-प्रभाती लाल
दादी-शांति
देवी
पिता-जगदेव
सिंह,
शांति
इंटरनेशनल
स्कूल
पचेरी
संचालक
माता-मंजू
देवी,
गृहिणी
छोटी
बहन-अंशु
यादव
ताऊ-सुमेर
सिंह
लेफ्टिनेंट ईशु यादव के पिता का इंटरव्यू
वन इंडिया हिंदी से बातचीत में लेफ्टिनेंट ईशु यादव के पिता जगदेव सिंह ने बताया कि 6 जनवरी को बेटी ईशु का ज्वानिंग लेटर आया। तब 8 जनवरी को स्कूल स्टाफ व ग्रामीणों ने उसका जुलूस निकाला। बेटी ने शहीद प्रतिमाओं के धोक भी लगाई।
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