राजस्थान : 4 माह की मासूस के परिजनों को लठ दिखा धमकाता रहा डॉक्टर, बच्ची की तड़प-तड़पकर मौत
बारां। राजस्थान के बारां जिले के छबड़ा के राजकीय चिकित्सालय में सोमवार सुबह एक डॉक्टर की कथित लापरवाही व संवेदनहीनता ने मासूम बच्ची की जान ले ली। परिजन जब बच्ची को दिखाने के लिए गए तो आरोप है कि संबंधित डॉ. भूपेन्द्र मीणा लठ लेकर आ गया और परिजनों से अभद्रता कर भगा दिया। उपचार नहीं मिलने के मासूम की मौत हो गई। इस दौरान परिजनों ने भी चिकित्सालय में हंगामा कर दिया।
सुबह पांच बजे बिगड़ी बच्ची की तबीयत
मृतक बालिका की मां अफसाना का आरोप है कि 4 माह की बेटी चाहत की तबीयत अधिक खराब होने पर सोमवार सुबह पांच बजे चिकित्सक के आवास पर पहुंचे। तब डॉक्टर बच्ची का उपचार करने की बजाय घर के अंदर से लठ लेकर आया और बच्ची को देखने से मना कर दिया। बच्ची के परिजनों को गाली गलौच कर वहां से भगा दिया। दूसरे डॉक्टर ने देखा तो बच्ची की हालत गंभीर थी। उसे बारां जिला अस्पताल में रैफर किया गया। रास्ते में बच्ची ने दम तोड़ दिया।
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डॉक्टर के निलंबन की मांग
परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टर भूपेन्द्र मीणा द्वारा समय पर देखकर उपचार कर दिया जाता तो बच्ची की जान बच सकती थी। परिजनों ने एसडीएम से शिकायत कर डॉक्टर भूपेंद्र मीणा को तत्काल निलंबित करने व इनके विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। छबड़ा अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डॉ. हरिओम गोयल ने बताया कि अस्पताल की इमरजेंसी में रात को डॉ. करण लाल मीणा की ड्यूटी लगाई हुई थी। रही बात डॉ. भूपेन्द्र मीणा पर लगाए गए आरोपों की तो जांच करवाकर कार्रवाई करेंगे।
आरोपित डॉक्टर ने दी यह सफाई
वहीं, मृतका बच्ची के परिजनों के आरोपों पर डॉ. भूपेन्द्र मीणा का कहना है कि बच्ची के परिजनों को मैंने मना कर दिया था कि मैं छुट्टी पर था। वे मेरे पास बच्ची नहीं लेकर आए थे। बच्ची अस्पताल में थी, मगर बच्ची के परिजनों ने मेरे साथ अभद्र व्यवहार किया। वो गेट तोड़ रहे थे। इसलिए मैं लकड़ी लेकर जरूर आया था। मुझे लगा कि कोई मारने आया होगा।
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