पढ़ाई के बोझ से छुटकारा पाने के लिए छात्र ने बनाया प्लान, कूड़े में फेंकी किताबें और रची अपहरण की झूठी कहानी
अजमेर। अजमेर के किशनगढ़ शहर थाना पुलिस ने घर जा रहे स्कूली छात्र का अपहरण के मामले का खुलासा कर दिया। पुलिस के खुलासा करने पर सामने आया कि स्कूली छात्र ने पढ़ाई के डर से झूठी कहानी रची और परिजनों के जरिए पुलिस में मुकदमा भी दर्ज करवाया। दरअसल पूरा मामला ये है कि छात्र ने स्कूल की छुट्टी के बाद रोडवेज में बैठकर किशनगढ़ से अजमेर चला गया। बैग में भरी किताब को छात्र ने बस स्टैंड स्थित कूड़ेदान में डाल दिया। उसके बाद खाली बैग लेकर जेएलएन मार्ग पहुंचा। कुछ देर बाद बैग को वहीं छोड़कर टेंपो से कलेक्ट्रेट पहुंचा और रोने लगा।
पुलिस चौकी कलेक्ट्रेट के कर्मी उसे बच्चे को पुलिस थाने लाए। पुलिस थाने पर छात्र ने बडगांव से तीन अज्ञात युवकों द्वारा गाडी से अपहरण व अप्राकृतिक कृत्य का मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने मुकदमा पास्को एक्ट में दर्ज कर जांच शुरू कर दी। मामले की जब जांच की गई तो सीसीटीवी फुटेज आदि सभी खंगाले गए लेकिन स्कूली छात्र द्वारा बताए गए कलर की फॉरच्यूनर कार कहीं भी नजर नहीं आई। इससे उन्हें छात्र की बातों पर संदेह हुआ। बाद में जब गहनता से जांच की और छात्र से पूछताछ की तो उसने कबूल लिया कि वह पढ़ना नहीं चाहता। इसके चलते उसने यह झूठी शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस ने खुलासा किया कि कचरा पात्र में अपनी किताबें फेंकी व दुसरी जगह अपना बैग फेंका। इसके बाद वह अजमेर में ही इधर-उधर घूमता रहा। फिर शाम के समय कलक्ट्रेट के पास बैठकर रोना लगा तो पुलिसकर्मियों ने उसे सिविल लाईन थाने पहुंचा दिया जहां से उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया। छात्र ने परिजनों को अपने साथ ऐसी घटना होने की बात बताई तो परिजनों ने इसका मुकदमा दर्ज करवाया था।
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