Rajaendra Gudha Minister बोले- '5 साल में जाता हूं जेल, इस बार जेल जाने का मेरा लाइसेंस रिन्यू नहीं हुआ'
अपने ब्यानों से अक्सर सुर्खियों में रहने वाले राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने इस बार खुद के बारे में ऐसा कुछ बोल डाला जो खूब वायरल हो रहा है। पहले गुढ़ा कभी सड़कों को कैटरीना कैफ के गालों के जैस तो कभी यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल को ठोकरा कहकर सुर्खियों में आए थे। अब राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि वे हर पांच साल में एक बार जेल जरूर चले जात हैं, मगर इस बार उनके जेल जाने का लाइसेंस रिन्यू नहीं हुआ। यह बात राज्यमंत्री ने एक क्रिकेट टूर्नामेंट कार्यक्रम में कही।
पार्टी के भरोसे चुनाव लड़ने की जरूरत नहीं
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट खेमे के माने जाने वाले राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि जनता उन्हें सपोर्ट करती है। शक्ल देखकर ही वोट डाल देती है। उन्हें किसी पार्टी के भरोसे चुनाव लड़ने की जरूरत नहीं है। गुढ़ा के इस बयान से राजनीति के जानकार यह कयास लगा रहे हैं कि राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में वे निर्दलीय या किसी अन्य पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं।
गुढ़ा उदयपुरवाटी सीट से दूसरी बार विधायक
दरअसल, राजेंद्र गुढ़ा राजस्थान के झुंझुनूं जिले की उदयपुरवाटी (गुढ़ा) सीट से दूसरी बार विधायक हैं। राजस्थान विधानसभा चुनाव 2008 में बसपा के टिकट पर भाग्या आजमाया और 7837 वोटों से जीतकर विधायक बने। हालांकि बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए थे। फिर राजस्थान विधानसभा चुनाव 2013 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा। इस बार हार गए। राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 में बसपा ने फिर टिकट दिया। इस बार भी जीते। फिर से कांग्रेस में शामिल हुए और राज्यमंत्री बने।
गुढ़ा ने पायलट को सीएम बनाए जाने की पैरवी भी की
फिर राजस्थान की राजनीति में सीएम अशोक गहलोत व पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच राजनीतिक खींचतान खुलकर सामने आ गई। राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने सचिन पायलट का खुलकर समर्थन किया। राजस्थान कांग्रेस संकट में गुढ़ा ने पायलट को सीएम बनाए जाने की पैरवी भी की।
अपने दम पर चुनाव जीतता हूं
अब राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि मैं खुद अपने दम पर चुनाव जीतता हूं। हाथ और फूल के दम पर चुनाव नहीं लड़ता। मुझे किसी की मेहरबानी की आवश्यकता भी नहीं है। मेरे काम की वजह से जनता साथ है। वे बोले कि क्षेत्र की जनता ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है इसलिए उन्हें किसी का डर नहीं लगता।