कौन हैं अंगद सिंह, जिनकी पत्नी के भाजपा में शामिल होते ही कांग्रेस ने टिकट रोका?
नवांशहर: इन दिनों अदिति सिंह और अंगद सिंह का नाम खासा चर्चा में है। बहुत से लोग इनके बारे में जानने की कोशिश कर रहे हैं। ये दोनों पॉलिटिशियन हैं और पति-पत्नी हैं। कई सालों तक दोनों कांग्रेस पार्टी से जुड़े रहे, लेकिन यूपी में योगी की सरकार बनने पर वे सियासी भंवर में घिर गए। दरअसल, रायबरेली सदर से कांग्रेस विधायक रहीं अदिति सिंह योगी की सरकार आने पर भाजपा में चली गईं।
विधायक पति-पत्नी की कहानी
अदिति के पति अंगद सिंह कांग्रेस में ही रहे। जो कि, पंजाब के कांग्रेस विधायक चुनकर विधानसभा पहुंचे। इस तरह अंगद सिंह और उनकी पत्नी अदिति सिंह दोनों ही विधायक बन गए। अदिति सिंह जहां यूपी से हैं..और भाजपा की हो गई हैं, तो वहीं उनके पति अंगद कांग्रेस के नेता हैं। जब अदिति 2017 का चुनाव कांग्रेस के टिकट पर जीती थीं, तो योगी की सरकार बनी। इससे उनकी नजदीकी बीजेपी के साथ हो गई। और इस बार चुनाव घोषित होने पर अदिति औपचारिक रूप से बीजेपी में शामिल हो गईं। बीजेपी ने उन्हें टिकट भी दे दिया। अदिति को बीजेपी का टिकट मिलते ही उनके पति निशाने पर आ गए।
आखिर अंगद सिंह को क्यों नहीं मिल रहा टिकट?
कांग्रेस ने अदिति के पति अंगद सिंह को पंजाब चुनाव में फिर से मौका न देने का मन बना लिया है। चूंकि, पंजाब में अब तक उम्मीदवारों की घोषणा वाली दूसरी लिस्ट आ चुकी है और उसमें भी अंगद सिंह का नाम नहीं है, जबकि कांग्रेस 20 से ज्यादा उम्मीदवारों के नाम घोषित कर चुकी है। सियासत के जानकारों का कहना है कि, यूपी में अदिति सिंह के भाजपा में जाने के बाद ही कांग्रेस ने पंजाब में उनके पति और मौजूदा विधायक अंगद सिंह का टिकट होल्ड पर डाला है।
दोनों ही 2017 में विधायक चुने गए
दिलचस्प बात यह भी है कि, अदिति सिंह और उनके अंगद सिंह दोनों ही 2017 में कांग्रेस से विधायक बने। यानी विधायक अदिति सिंह ने पंजाब के नवांशहर विधायक से शादी की थी, जो कि अब सियासत में एक-दूजे के लिए एक संकट साबित हुई है। अदिति ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का हाथ थाम लिया और फिर प्रियंका गांधी पर हमला बोलना शुरू कर दिया। कांग्रेस पर हमले के चलते अदिति सिंह के पति अंगद सिंह की परेशानी बढ़ी और कांग्रेस ने अब तक उन्हें टिकट नहीं दिया है।