कृषि कानून के एक साल पूरे, सुखबीर बादल का हल्ला बोल, कई SAD नेताओं के साथ दिल्ली में गिरफ़्तार
तीन कृषि कानून लागू हुए 1 साल पे हो गए हैं, हालांकि अभी कृषि बिल पेंडिंग है। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कृषि कानून बने हुए 1 साल होने पर दिल्ली में ब्लैक फ़्राई डे मनाया।
चंडीगढ़,
सितंबर
17,
2021।
तीन
कृषि
कानून
1
साल
पूरे
हो
चुके
हैं,
हालांकि
अभी
कृषि
बिल
पेंडिंग
है।
शिरोमणि
अकाली
दल
के
अध्यक्ष
सुखबीर
सिंह
बादल
ने
कृषि
कानून
बने
हुए
1
साल
होने
पर
दिल्ली
में
ब्लैक
फ़्राई
डे
मनाया।
'ब्लैक
फ्राइडे
प्रोटेस्ट
मार्च'
में
शामिल
होने
दिल्ली
आ
रहे
अकाली
दल
के
कार्यकर्ताओं
को
पुलिस
द्वारा
दिल्ली
बॉर्डर
पर
ही
रोक
दिया
गया।
दिल्ली
पुलिस
ने
भी
ट्रैफिक
अलर्ट
जारी
करते
हुए
झाड़ोदा
कलां
बॉर्डर
के
दोनों
रास्ते
किसान
आंदोलन
की
वजह
से
बंद
कर
दिए
।
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सरकार
बन्ने
पर
पंजाब
में
लागू
नहीं
होने
देंगे
कृषि
क़ानून-
सुखबीर
बादल
शिरोमणि
अकाली
दल
के
अध्यक्ष
सुखबीर
सिंह
बादल
दिल्ली
में
प्रदर्शनकारियों
के
बीच
पहुंचे
और
किसानों
को
संबोधित
किया।
उन्होंने
कहा
कि
मोदी
सरकार
और
हरियाणा
सरकार
द्वारा
हमारे
कार्यकर्ताओं
को
रोक
कर
हमारे
कार्यकर्ताओं
पर
लाठी
चार्ज
किया
गया,
गाड़ियां
तोड़
दीं
गई।
एक
शांतिपूर्ण
प्रदर्शन
को
सरकार
की
तरफ़
से
रोका
गया।
हम
यहां
पीएम
मोदी
को
यह
संदेश
देने
आए
हैं
कि
न
सिर्फ
पंजाब
बल्कि
पूरा
देश
भाजपा
सरकार
के
ख़िलाफ़
है।
इस
दौरान
सुखबीर
बादल
ने
बड़ा
एलान
भी
किया
है
कि
अगर
पंजाब
में
उनकी
सरकार
बनती
है
तो
वहां
कृषि
कानून
लागू
नहीं
होंगे।
पंजाब चुनाव: 'सेवा और समर्पण’ अभियान के तहत BJP ने तैयार किया मास्टर प्लान, बनाई ये रणनीति
कांग्रेस
और
AAP
पर
भी
साधा
निशाना
शिरोमणि
अकाली
दल
के
अध्यक्ष
सुखबीर
सिंह
बादल
ने
तीन
कृषि
कानूनों
को
लेकर
भाजपा
के
साथ-साथ
कांग्रेस
पर
भी
निशाना
साधा।
साथ
ही
उन्होंने
आम
आदमी
पार्टी
और
दिल्ली
के
मुख्यमंत्री
अरविंद
केजरीवाल
को
भी
कृषि
कानूनों
के
मामले
में
कटघरे
में
खड़ा
किया।
वहीं
सुखबीर
बादल
ने
शिरोमणि
अकाली
दल
के
नेताओं
के
साथ
गिरफ्तारी
भी
दी
।
आपको
बता
दें
कि
कृषि
कानूनों
के
खिलाफ
शिरोमणि
अकाली
दल
के
प्रदर्शन
मार्च
में
पार्टी
की
नेता
और
पूर्व
केंद्रीय
मंत्री
हरसिमरत
कौर
बादल
भी
पहुंची
।
उन्होंने
प्रदर्शनकारियों
को
संबोधित
करते
हुए
कहा
कि
कई
किसानों
ने
अपनी
जान
गंवा
दी
और
सैकड़ों
किसान
अब
भी
दिल्ली
के
बॉर्डर
पर
बैठे
हैं
लेकिन
इस
सरकार
को
कोई
फर्क
नहीं
पड़ता।
हम
अपनी
लड़ाई
तब
तक
जारी
रखेंगे
जब
तक
तीन
कृषि
कानून
वापस
नहीं
हो
जाते।
रकाबगंज
गुरुद्वारे
से
शुरू
हुआ
प्रदर्शन
दिल्ली
रकाबगंज
गुरुद्वारे
से
शिरोमणि
अकाली
दल
का
किसानों
के
समर्थन
में
प्रदर्शन
शुरू
हुआ
।
शिअद
के
कार्यकर्ताओं
ने
कृषि
कानून
को
रद्द
करने
की
मांग
उठाते
हुए
काफ़ी
तादाद
में
कार्यकर्ता
सड़कों
पर
उतर
आए
हैं
और
मार्च
गुरुद्वारे
से
कुछ
आगे
बढ़
गया।
शिरोमणि
अकाली
दल
के
प्रदर्शन
के
चलते
कई
मार्गों
पर
लंबा
जाम
लग
गया
जिसमें
एंबुलेंस
जैसी
इमरजेंसी
सेवा
के
वाहन
भी
घंटों
तक
फंसी
रहीं।
प्रदर्शन
को
देखते
हुए
दिल्ली
पुलिस
ने
झाड़ोदा
बार्डर
बंद
कर
दिया
।
मेट्रो
में
पगड़ीधारियों,
कुर्ता
पायजामा
पहने
और
संदिग्ध
व्यक्तियों
का
प्रवेश
पर
रोक
लगा
दिया
गया।
पंडित
श्रीराम
मेट्रो
स्टेशन
और
बहादुरगढ़
सिटी
मेट्रो
स्टेशन
में
यात्रियों
का
प्रवेश
और
ट्रेनों
का
ठहराव
रोक
दिया
गया
।
मेट्रो
स्टेशन
पर
काफ़ी
सख़्त
चेकिंग
सुबह
के
वक्त
भी
बहादुरगढ़
सिटी
और
ब्रिगेडियर
होशियार
सिंह
मेट्रो
स्टेशन
पर
काफी
सख्त
चेकिंग
और
पूरी
पूछताछ
के
बाद
ही
यात्रियों
को
प्रवेश
करने
दिया
गया।
इससे
दोनों
स्टेशनों
पर
स्थिति
बार-बार
बिगड़ती
रही।
अकाली
दल
के
कार्यकर्ताओं
ने
भी
दिल्ली
जाने
के
लिए
काफी
हंगामा
किया
लेकिन
भारी
पुलिस
बल
व
अर्धसैनिक
बल
जवानों
की
तैनाती
के
कारण
मेट्रो
स्टेशनों
में
प्रवेश
नहीं
दिया
गया।
पंडित
श्रीराम
शर्मा
और
बहादुरगढ़
सिटी
मेट्रो
स्टेशन
के
प्रवेश
और
निकास
द्वार
को
किसान
आंदोलन
के
चलते
एहतियातन
बंद
कर
दिया
गया।
शिरोमणि
अकाली
दल
के
प्रदर्शन
के
चलते
झंडेवालान
से
पचकुईयां
रोड
की
ओर
जाने
वाले
रास्ते
पर
भारी
जाम
लगा
रहा।
शंकर
मार्ग
इलाके
में
काफ़ी
तादाद
में
पुलिस
बल
तैनात
किया
गया
ताकि
मार्च
संसद
भवन
तक
न
पहुंच
सके।
ये
भी
पढें:
पंजाब:
SAD
की
कई
कोशिशों
के
बाद
भी
नहीं
मान
रहे
किसान,
सुखबीर
सिंह
बादल
का
लगातार
हो
रहा
विरोध