ट्रैफिक रूल तोड़ने वाले चिन्मय ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को दिया यूनिक आइडिया
क्या कोई व्यक्ति सिर्फ इसलिए ट्रैफिक रूल को इसलिए तोड़ देगा कि वो कुछ अलग करना चाहता है?
पुणे। क्या कोई व्यक्ति सिर्फ इसलिए ट्रैफिक रूल को इसलिए तोड़ देगा कि वो कुछ अलग करना चाहता है? जी, हां कुछ ऐसा ही किया है पुणे के चिंचवड निवासी और एक मिसल पाव बेचने वाले चिन्मय कवि नाम के युवा ने।
चिन्मय कवि ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को सड़क नियमों के पालन में कमियों को दूर करने के लिए कुछ सुझाव दिए हैं। खुद चिन्मय कवि ने पुणे मिरर को बताया कि वह सोमवार को पुणे में केंद्रीय मंत्री निति गडकरी से मिला और उसने अपने सुझावों भरा एक पत्र उन्हें सौंप दिया।
आपको बताते चले कि चिन्मय कवि ने एक प्रयोग के जरिए सड़क नियमों में कमियों का पता लगाया है। इस प्रयोग के तहत चिन्मय कवि ने जानबूझ कर सीसीटीवी कैमरों के दायरे में आने वाले एक ट्रैफिक सिग्नल को तोड़ अपनी गाडी आगे बढ़ा ली थी। चिन्मय कवि ऐसा करके देखना चाहता था कि ये कैमरे ठीक से काम रहे हैं या नहीं।
ट्रैफिक रूल तोड़ने के बाद चिन्यम को क्षेत्रीय ट्रांसपोर्ट कार्यालय से एक पत्र आया, जिसमें ट्रैफिक नियम के उल्लंघन की तस्वीर के साथ जुर्माने की रकम लिखी हुई थी। पर चिन्मय ने जुर्माने की रकम का भुगतान नहीं किया और काफी समय गुजर जाने के बाद भी किसी ने उससे जुर्माने के भुगतान के लिए संपर्क नहीं किया। इस तरह उसे इस व्यवस्था में कमी का पता चला गया।
चिन्मय कवि ने पुणे मिरर को बताया कि इस व्यवस्था को मजबूत करने के लिए ठेका देकर सीसीटीवी मॉनिटरिंग कराई जाए और जुर्माने की रकम का कुछ हिस्सा ठेकेदारों को दिया जाए। इससे नियमों में कमियों की समस्या दूर होने के साथ-साथ रोजगार भी बढ़ेगा। इसके अलावा कवि का सुझाव है कि ट्रैफिक जुर्माने का भुगतान डिजिटल बैंकिंग या कार्ड स्वाइप से होना चाहिए। कवि ने बताया कि वह सोमवार को पुणे में नितिन गडकरी से मिला और उसने अपने सुझावों भरा एक पत्र उन्हें सौंप दिया।
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