बिहार में 10लाख से अधिक किशोरियों को बनाया गया है बालिका वधू
पटना (मुकुंद सिंह)। "बालिका वधू "यानि की नाबालिक बच्ची की कच्ची उम्र में शादी करने के मामले में बिहार अन्य राज्यों के अपेक्षा काफी ऊपर है। अब तक बिहार में 15 वर्ष की उम्र में लगभग 10 लाख से अधिक नाबालिग बच्चियों की शादी कर दी गई है। जिनमें से कई नाबालिग बच्चियों की जिंदगी नर्क हो गई तो कई तलाक होकर घर में बैठी हुई है।
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तो कई बालिक होते होते विधवा बन गई। जी हां यह सुनकर आपको अटपटा लग रहा होगा कि आखिरकार बिहार में 10 लाख से अधिक नाबालिक बच्चियों की शादी कैसे की गई। जबकि बाल विवाह अधिनियम के तहत इसके खिलाफ सख्त कानून और कार्यवाही का प्रावधान है। तो हम आपको बताते चलें की बिहार को सर्मसार करते हुए चौकाने वाला तह आकंडा भारतीय जनगणना के आधार पर सामने आया है।
साथ ही इस आकंडे नें बाल विवाह के साइड इफेक्ट और इसके परिणाम को भी उजागर किया है। किस तरह नाबालिक अवस्था में बच्चियों की शादी कर दो परिवार उजड़ जाते हैं। आपको बताते चलें कि यू तो पूरे देश में बाल विवाह की परंपरा चोरी छुपे शुरू से चलती आ रही है। पर बिहार पर अगर नजर डालेंगे तो यहाँ लाखों परिवार ऐसा है जो बाल विवाह का दंश झेल रहा है।
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वहीं इसकी रोकथाम के लिए सरकार में कई महत्वपूर्ण योजनाएं के साथ-साथ करें से कड़े कानून ही बनाए हैं लेकिन सरकार के द्वारा बनाए गए सभी योजना और कड़े कानून को भारतीय जनगणना से निकाली गई रिपोर्ट के अनुसार प्रभावी अंकुश नहीं लगा पाई है। वहीं कम उम्र में लड़कियों के हाथ पीले करने से उनका जीवन बर्बाद हो जाना हो रहा है।
क्योंकि लड़कियों को खेलने की उम्र में ही परिवार का सारा बोझ देकर उसे बालिका वधू बना दिया जाता है। अब अगर गौर करें आंकड़े पर तो भारतीय जनगणना 2011 में जब बिहार के आंकड़े की पड़ताल की गई तो चौंकाने वाला खुलासा यह सामने आया कि 15 से 18 वर्ष की उम्र में लाखों लड़कियों की शादी कर उसे बालिका वधू बना दिया गया है। तो नाबालिग उम्र में लड़कियों की मांग भरे जाने के कारण खेलने की उम्र में ही विधवा हो जाती है।
इस तरह का खुलासा भी भारतीय जनगणना के आंकड़े के अनुसार किया गया। तो यह सनसनीखेज आंकड़ा यह है कि 15 वर्ष से लेकर 18 वर्ष की उम्र में अधिक संख्या में किशोरियों विधवा हुई है। अब अगर बात करें परदेश के आंकड़े पर तो सबसे हैरत की बात यह है कि 15 वर्ष से लेकर 18 साल की उम्र में ना सिर्फ लाखों शादियां हुई बल्कि अधिक संख्या में तलाख भी हुई है जिससे जीवन तबाह हो गया है।
शादी
- वर्ष-18-973158
- वर्ष-17-610419
- वर्ष-16-903830
- वर्ष-15-10,36675
विधवा
- वर्ष-18-1897
- वर्ष-17-1010
- वर्ष-16-1859
- वर्ष-15-3611
तलाक
- वर्ष-18-200
- वर्ष-17-81
- वर्ष-16-95
- वर्ष-15-99