कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष रामजतन सिन्हा थामेंगे JDU का हाथ, कहा- पार्टी ने नहीं किया उनके साथ इंसाफ
Patna News, पटना। बिहार के पूर्व मंत्री सह कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामजतन सिन्हा ने रविवार को बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने 12 फरवरी को पटना में जदयू का दामन थामने की घोषण की है। जहानाबाद सर्किट हाउस में मीडिया से वर्ता करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस से अब उनका मोहभंग हो गया है। पार्टी में एक अरसा गुजर जाने के बावजूद कांग्रेस ने उनके साथ कभी भी इंसाफ नहीं किया।
जहानाबाद में रविवार को पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामजतन सिन्हा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित जदयू में जाने की घोषण की। ऐसे में बिहार में एक नए सियासी समीकरण का बनना तय माना जा रहा है। रविवार को पूरे लाव-लश्कर के साथ जहानाबाद सर्किट हाउस पहुंचे रामजतन सिन्हा ने कहा कि पार्टी की लंबे अरसे तक सेवा करने के बाद भी उनके साथ कभी इंसाफ़ नहीं किया। ऐसे में अब वह ज्यादा दिनों तक राजनीतिक वनवास नही झेल सकते। इतना ही नहीं पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में नीतीश कुमार को सर्वोत्तम बताते हुए 12 फरवरी को पटना के बापू सभागार में जदयू की सदस्यता ग्रहण करने की बात कही।
जदयू में शामिल होने के बाद जहानाबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के पत्रकारों के सवाल पर रामजतन सिन्हा ने इसे जदयू के शीर्ष नेतृत्व और एनडीए पर छोड़ दिए जाने की बात की। प्रेसवार्ता के दौरान पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने राजद पर निशाना साधते हुए कहा की अगर सूबे में राजद फिर सत्ता में आती है तो जातीय तनाव बढ़ेगा और बिहार के विकास पर ब्रेक लग जाएगा।
बता दें की वर्ष 2015 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान रामजतन सिन्हा ने हाथ का साथ छोड़ जहानाबाद के कुर्था विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव भी लड़ा था। लेकिन उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। हालांकि बाद के दिनों में वह राजनीतिक तौर पर खासे सक्रिय नहीं रहे। लेकिन बिहार कांग्रेस के अंदर अपने विरोधी खेमे को मजबूत होता देख रामजतन सिन्हा ने यह तय मान लिया था कि अब उनकी कांग्रेस में वापसी संभव नहीं। लिहाजा उन्होंने जदयू में शामिल होने का फैसला ले लिया। जिसकी औपचारिक घोषणा आज उन्होंने जहानाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही। माना जा रहा है कि उनके मिलान समारोह में जदयू के कई बड़े चेहरे मौजूद रहेंगे।