बिहार: इनामी बदमाश का रामविलास पासवान के साथ कनेक्शन हुआ वायरल
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के भाई लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पशुपतिनाथ पारस जो कुख्यात फरार अपराधी राम उत्तीर्ण पासवान के साथ नजर आ रहे हैं।
पटना। कई बार ये दबी जुबान से कहा जाता है कि अपराधियों और नेताओं की सांठ-गांठ वर्षो पुरानी है। लेकिन नेता अपनी छवि को बरकरार रखने को लेकर इस बात का विरोध हमेशा करते नजर आते हैं। कई बार तो कई राजनेताओं की अपराधियों के साथ तस्वीरें भी वायरल हुई हैं। जब यह मामला सामने आने लगता है तो नेता कुछ ना कुछ बहाना बनाकर बात को टालते हुए नजर आते हैं या फिर जांच का हवाला देने लगते हैं। कुछ इसी तरह का मामला एक बार फिर बिहार में सामने आया है। एक तस्वीर पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के भाई के साथ बिहार के बेगूसराय इलाके का कुख्यात अपराधी जिसके ऊपर जिला प्रशासन ने 50 हजार रुपये का इनाम रखा है। ये भी पढ़ें: बिहार के मोतिहारी में AK-47 से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दो कारोबारियों की हत्या, 2 की हालत गंभीर
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के भाई लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पशुपतिनाथ पारस जो कुख्यात फरार अपराधी रामउत्तीर्ण पासवान के साथ नजर आ रहा है। बता दें कि उत्तीर्ण पासवान जेल से भागा एक फरार अपराधी है। बताया जाता है कि उत्तीर्ण पासवान कोई आम अपराधी नहीं है बल्कि समस्तीपुर और बेगूसराय के इलाकों में दहशत का दूसरा नाम है। उसके नाम से ही इस इलाके में लोग थरथरा जाते हैं।
राम उतीर्ण पासवान को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस पिछले कई वर्षों से घूम रही है। लेकिन वह पुलिस की गिरफ्त से अभी भी बहुत दूर है। बता दें कि वायरल हुई फोटो में समस्तीपुर के संसदीय क्षेत्र से सांसद रामचंद्र पासवान और लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पशुपतिनाथ पारस के साथ-साथ कुख्यात फरार आरोपी राम उतीर्ण पासवान भी खड़ा है। उल्लेखनीय है कि यह दोनों नेता रामविलास पासवान के भाई हैं।
इस वायरल फोटो में सबसे बड़ी बात यह है कि 50 हजार रुपये का घोषित इनामी अपराधी इन दिनों सोशल मीडिया के जरिए नाम बदलते हुए नेताओं से अपना संबंध बना रहा है। सोशल मीडिया की बिना पर उसने अपना नाम बदलते हुए राहुल पासवान नाम का इस्तेमाल कर रहा है। राम उतीर्ण पासवान के नाम पर समस्तीपुर और बेगूसराय के कई थानों में दर्जनों लूट हत्या और रंगदारी का मामला दर्ज है। इसी मामलों में कई बार वह जेल की हवा भी खा चुका है।
जेल में रहने के दौरान वर्ष 2013 में दल सिंह सराय की उपकारा जेल से वह जेल तोड़कर फरार हो गया था। तब से पुलिस उसे ढूंढ रही है। वहीं, ये उत्तीर्ण पासवान पिछले 3 वर्षों से फरार चल रहा है। ये भी पढ़ें: बिहार ट्रेन हादसों का मास्टरमाइंड, कौन है दाऊद का संबंधी 'शमशुल होदा'