बिहारः भाजपा नेता संजय पासवान ने कहा- बच्चों को वापस लाने से वोट बैंक का फायदा होगा
पटना। कोरोना वायरस के बढ़ते असर को रोकने के लिए देश भर में लॉकडाउन लागू है। ऐसे मे राज्य के कई लोग अपने घरों से दूर इलाकों में फंसे हुए हैं। राजस्थान के कोटा में पढ़ने वाले बिहार के हजारों छात्र फंसे हु्ए हैं, जिसको लेकर राज्य की सियासत में खूब बयानबाजी हो रही है। इसी कड़ी में भाजपा एमएलसी और पूर्व केंद्रीय मंत्री संजय पासवान ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सुझाव दिया और कहा कि बच्चों को वापस लाने से वोट बैंक का फायदा होगा।
संजय पासवान ने कहा कि हमारे बच्चों को वापस लाना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कर्तव्य है। इससे हमें राजनीतिक नुकसान भी हो रहा है। उसे तीन मई से पहले सभी बच्चों को लाना चाहिए। इस साल बिहार में चुनाव होने वाले हैं । लगभग सभी मध्यम वर्गीय परिवारों में कम से कम एक बच्चा कोटा में पढ़ता है। उन्होंने आगे कहा कि बच्चों की संख्या केवल 1000 हो सकती है, लेकिन एक लाख परिवार इससे प्रभावित होते हैं। इन बच्चों के प्रति उनकी सहानुभूति है। यदि एक लाख परिवारों में मतदाता हैं तो 5 लाख मत प्रभावित होंगे। इसलिए मैं सीएम से कोटा और पुणे से हमारे बच्चों को वापस लाने का अनुरोध करता हूं।
बिहार में आज कोविड की पहली जांच रिपोर्ट में फिर एक साथ 12 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है। ये सभी बक्सर जिले के हैं। राज्य में अब कोरोना मरीजों की संख्या 378 हो गई है। बता दें कि अब बक्सर में कोरोना के संक्रमितों की कुल संख्या 38 हो गई है। इनमें से एक मरीज ठीक हो गया है और वहीं एक्टिव केस 37 हैं। जानकारी के मुताबिक राहत बस इतनी है कि अबतक बक्सर में जितने भी केस मिले हैं ये सभी एक ही गांव नया भोजपुर से हैं और सभी के कांटेक्ट मिले हुए हैं।
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