बिहारः मॉनसून सत्र में पूछे गए 822 सवाल, विरोध के बीच पास हुए 8 अहम विधेयक
पटना। बिहार विधानसभा का मॉनसून सत्र शुक्रवार को समाप्त हो गया। इन पांच दिनों की भीतर सत्ता पक्ष और विपक्ष की नोकझोंक के साथ 8 अहम विधेयक पास कराए गए। इस सत्र में 23 मार्च को बजट सत्र के दौरान हुए हंगामे और विधायकों के साथ मारपीट पर भी खूब चर्चा हुई। इसके अलावा बिहार विधान सभा के पटल पर सीएजी की रिपोर्ट भी रखी गई, जिसपर विपक्ष ने कई सारे सवाल किये। मॉनसून सत्र के दौरान कुल 5 बैठक की गई।
लोजपा के एकमात्र विधायक राजकुमार सिंह के जदयू में विलय की सूचना अध्यक्ष ने सभी सदस्यों को दी। पांच दिनों के इस मॉनसून सत्र में विधायकों में कुल 822 सवाल पूछे गए। इसके अलावा सत्र में कुल 103 ध्यानाकर्षण सूचनाएं प्राप्त हुई, जिसमें 8 का जवाब हुआ और 89 सूचनाएम लिखित उत्तर सरकार के तरफ से दिये गए। मॉनसून सत्र में कुल 122 निवेदन विधायकों ने दिये, जिसमें 121 स्वीकृत हुए और एक अस्वीकृत हुआ। बिहार विधानसभा में कुल 8 राजकीय विधायकों की स्वीकृति दी गई।
पांच दिनों के इस सत्र में जिन विधेयकों की स्वीकृति दी गई। उनमें बिहार पंचायती राज्य संसोधन विधेयक 2021, बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय विधेयक 2021, बिहार माल और सेवा कर संशोधन विधेयक 2021, बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय विधेयक 2021, बिहार खेल विश्वविद्यालय विधेयक 2021, बिहार राजकोषीय उत्तरदायित्व एवं बजट प्रबंधन संशोधन विधेयक 2021, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक 2021 और बिहार विनियोग विधेयक पास कराया गया।
तेजस्वी यादव ने विधानसभा स्पीकर विजय सिन्हा को बताया सीएम नीतीश कुमार की कठपुतली
इस वर्ष का मॉनसून सत्र काफी अहम रहा। सत्ता पक्ष और विपक्ष के टकरावों के बीच कई अहम विधेयक पास हुए तो वहीं जातिगत जनगणना को लेकर भी खूब राजनीति हुई। इसके अलावा शुक्रवार को सत्र के आखिरी दिन तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की और पीएम से मिलने का समय मांगने की भी बात कही है।