कोरोना के बाद अब ब्लैक फंगस का बिहार में कोहराम, हर रोज बढ़ रहे हैं मरीज
पटना। बिहार में अब कोरोना के बाद ब्लैक फंगस ने कोहराम मचा रखा है। बीते मंगलवार को ब्लैक फंगस के चलते दो मरीजों की मौत हो गई। वहीं सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों की ओपीडी में ब्लैक फंगस के 150 से अधिक मामले आए। उनकी पुष्टि के लिए संक्रमितों की जांच की जा रही है। ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग के साथ जिला स्तर पर प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है। सभी जिलाधिकारियों को ब्लैक फंगस के इलाज और दवाओम की व्यवस्था को लेकर निर्देश दिया गया है। वहीं मंगलवार को ब्लैक फंगस की दवाओं को लेकर कई जगह छापेमारी भी की गई।
भागलपुर जिले में तो खुद डीएम ने टीम के साथ छापेमारी की। मंगलवार को इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान IGIMS में कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट के साथ ब्लैक फंगस के कुल 5 नए मामले आए हैं। पूर्व में 6 संक्रमित संस्थान में भर्ती हैं, जो कोरोना पॉजिटिव होने के साथ ब्लैक फंगस से संक्रमित हैं। ऐसे मामलों की कुल संख्या 11 हो गई है।कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट के बाद ब्लैक फंगस के मामले बढ़ रहे हैं। मंगलवार को 24 घंटे में 14 नए ऐसे मामले आए हैं, जिनमें कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव थी और उन्हें ब्लैक फंगस था।
पूर्व में भी ऐसे 74 लोग भर्ती हैं, जो कोरोना निगेटिव होने के बाद ब्लैक फंगस से पीड़ित हैं। ऐसे संक्रमितों की संख्या 88 हो गई है।सोमवार को म्यूकोर्मिकोसिस या ब्लैक फंगस के 19 नए मामले सामने आए हैं, जिससे कुल रोगियों की संख्या 201 हो गई है। राज्य में एक मौत भी दर्ज की गई है, जिससे बीमारी से मरने वालों की संख्या पांच हो गई है।
महाराष्ट्र में ब्लैक फंगस महामारी घोषित, कई जिलों में होम आइसोलेशन खत्म
पटना के एम्स से ब्लैक फंगस के 7 नए मामले सामने आए, चार इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS) में, तीन भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में, एक दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल से सामने आया। (DMCH) और पटना में विभिन्न निजी स्वास्थ्य सुविधाओं से चार, राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा, अन्य विवरण जोड़ने की प्रतीक्षा की जा रही थी।