बारिश बनी बाधा फिर भी मोदी सर की क्लास में 100 % अटेंडेंस
नयी दिल्ली। ( बवीता झा) नरेन्द्र मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री बन गए है जिन्होंने शिक्षक दिवस के मौके पर देशभर के बच्चों से इंटरेक्शन किया। उनसे सीधे बात की। उनके सवालों को सुना। अपनी पुरानी यादें ताजा की। मोदी के इस लाइव भाषण को स्कूलो में सीधे प्रसारित करने के लिए गाइडलाइन जारी किए गए थे। हलांकि छात्रों की उपस्थिति को अनिवार्य नहीं बनाया गया था, लेकिन राजधानी दिल्ली में भारी बारिश के बावजूद मोदी के भाषण को सूनने के लिए भारी संख्या में छात्रों की उपस्थिति दर्ज की गई। लगातार हो रही बारिश के बावजूद तमाम सरकारी और निजी स्कूलों में छात्रों की उपस्थ्ति काफी संख्या में दर्ज की गई। आंकड़ों के मुताबिक राजधानी में 15 लाख बच्चों ने मोदी के लाइव प्रसारण को देखा।
अटेंडेंस फुल
द्वारा सेक्टर-13 स्थित एमआरवी स्कूलों में भी छात्रों की उपस्थ्ति 80 फीसदी से अधिक रही तो वहीं द्वारका सेक्टर 4 स्थ्ति मॉर्डन कॉन्वेंट में भी काफी तादात में स्कूली बच्चों मोदी के भाषण को सुनने के लिए स्कूल पहुंचे।
प्रसारण में बाधा
वहीं द्वारका सेक्टर-12 स्थित बाल भारती स्कूल ने इसका आयोजन नहीं किया। द्वारा इंटरनेशनल सकूल ने इस मौके को और बेहतरीन बनाने के लिए रंगारंग समारोह का आयोजन किया था।
बच्चों में उत्साह
हलांकि पीएम के भाषण और उनके 1 घंटे 45 मिनट तक चले कार्यक्रम को सुनने में छात्रों को दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा। कई स्कूलों में केबल खराब होने की वजह से मोदी के कार्यक्रम के प्रसारण में कई बार दिक्कतें भी आई।
बच्चों में रहा उत्साह
लाइव प्रसारण 20 से 25 मिनट के लिए रुका रहा। स्कूलों को किसी भी तरह की दिक्कत ना हो इसके लिए शिक्षा निदेशालय की अलग-अलग टीमें स्कूलों का दौरा करती रही। मोदी का भाषण 3 बजे से शुरु हुआ, लेकिन स्कूली बच्चों को 1 बजे ही बुला लिया गया था।
प्रसारण भी रुका
वहीं कुछ स्कूलों में आखिरी वक्त तक तकनीकी खरीबियों से गुजरना पड़ा। द्वारका स्थित अधिकतर स्कूलों ने अपने ऑडिटोरियम में ये कार्यक्रम रखा था।
बच्चों ने दी चाचा नेहरु की उपाधि
मॉर्डन कॉन्वेंट स्कूल में अगल-अगल समूहों में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। वहीं एमआरवी स्कूल में बेसमेंट में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।