Delhi: LG ने अस्पताल में गड़बड़ी की शिकायत ACB को सौंपी, मनोज तिवारी पर भड़के सिसोदिया बोले- जांच के लिए तैयार
नई दिल्ली, 21 जून: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बीजेपी सांसद मनोज तिवारी की एक साल पुरानी अस्पताल बनाने में गड़बड़ी की शिकायत को उप राज्यपाल वीके सक्सेना के द्वारा एसीबी को भेजने पर सवाल उठाए हैं। मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को कहा है कि अगर किसी जनसेवक के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत आती है तो जांच एजेंसी इस मामले में तब तक जांच शुरू नहीं कर सकती जब तक सरकार इसकी इजाजत न दे। इस मामले में निर्वाचित सरकार से इजाजत नहीं ली गई।
मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भ्रष्टाचार निरोधक कानून के मुताबिक, ऐसी किसी भी शिकायत पर 4 महीने के भीतर फैसला करना होता है, जबकि इस मामले में शिकायत किए हुए करीब एक साल का समय हो चुका है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में बन रहे अस्पतालों को लेकर भाजपा वाले फर्जी शिकायत कर रहे हैं।
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क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, बीजेपी ने कोरोना महामारी के दौरान दिल्ली में सात अस्थायी अस्पतालों के निर्माण में अनियमितता का आरोप लगाया गया है। एलजी वीके सक्सेना ने इन आरोपों की जांच के लिए भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) को जांच की मंजूरी दे दी है। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने इसको लेकर कहा कि हम एक कट्टर ईमानदार सरकार हैं और हम किसी भी जांच से डरते नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किए जा रहे कार्यों को रोकने के लिए बीजेपी ऐसी शिकायतें दर्ज करवा रही है। सिसोदिया ने कहा, ये घटिया हरकत है। एक सरकार काम कर रही है तो अधिकारियों में डर फैलाने के लिए ऐसा किया जा रहा है।