लॉकडाउन का पालन कराने गई पुलिस टीम पर मुजफ्फरनगर में हमला, तीन पुलिसकर्मी घायल
मुजफ्फरनगर। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए 25 मार्च से देश में लॉकडाउन जारी है। लॉकडाउन का पालन कराने के लिए पुलिस और प्रशासन मुस्तैद है। लेकिन उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पुलिस को कुछ लोगों को घरों में रहने की हिदायत देना भारी पड़ गया। पुलिस की हिदायत लोगों को इतनी नागवार गुजरी कि उन्होंने पुलिसकर्मियों लाठी-डंडे व सरियों से हमला कर दिया। इस हमले में एक सब-इंस्पेक्टर और एक कांस्टेबल गंभीर रूप घायल हो गए।
मामला मुजफ्फरनगर के भोपा थाना क्षेत्र के मोरना गांव का है। यहां करहेड़ा मार्ग पर चौकी प्रभारी लेखराज सिंह मय फोर्स लॉकडाउन का पालन कराने को गश्त पर थे। तभी पूर्व प्रधान नाहर सिंह के घर के बाहर जमा लोगों को उन्होंने भीतर जाने को कहा। नहीं माने तो सख्ती बरती। विरोध में पुलिस के साथ गाली-गलौज व हाथापाई की गई। इसके बाद आरोपितों ने पुलिस पर लाठी-डंडों व सरिये आदि से हमला बोल दिया। इसमें चौकी प्रभारी, कांस्टेबल रवि कुमार और जितेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गए। गंभीर रूप से घायल पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए मेरठ रेफर किया गया है।
एसपी देहात नेपाल सिंह, सीओ भोपा राममोहन शर्मा व कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपितों के घर दबिश देकर पूर्व प्रधान सहित कई महिलाओं को हिरासत में ले लिया। सीओ भोपा राममोहन शर्मा ने बताया कि मामले में पुलिस जांच कर आरोपितों पर कार्रवाई कर रही है। शीघ्र ही मुकदमा दर्ज कर आरोपितों को गिरफ्तार किया जाएगा।
मस्जिद
पर
जमा
भीड़
हटाने
गई
पुलिस
पर
हमला
उत्तर
प्रदेश
में
लॉकडाउन
या
फिर
कोरोना
जांच
के
लिए
गई
टीम
पर
हमले
की
यह
तीसरी
घटना
है।
इससे
पहले
संभल
और
सहारनपुर
में
भी
ऐसी
घटना
सामने
आई
है।
बता
दें
कि
सहारनपुर
में
बेहट
कोतवाली
के
जमालपुर
गांव
में
लॉकडाउन
का
उल्लंघन
कर
मस्जिद
पर
एक
लोगों
को
हिरासत
में
लेते
ही
भीड़
ने
पुलिस
पर
लाठी-डंडों
से
हमला
कर
दिया।
भीड़
ने
हिरासत
में
लिए
गए
छह
लोगों
को
छुड़ा
लिया।
इस
हमले
में
दो
पुलिसकर्मियों
को
चोट
आई
है।
पुलिस
ने
पांच
महिलाओं
सहित
26
लोगों
के
खिलाफ
लॉकडाउन
का
उल्लंघन
करने
की
धाराओं
में
मुकदमा
दर्ज
किया
है।
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