महाराष्ट्र: ईडी के हाथ लगा बड़ा सुराग, 10 बार मालिकों ने अनिल देशमुख को दिए 4 करोड़ रुपए
मुंबई, जून 25: मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के कथित उगाही के आरोपों के बाद सवालों के घेरे में आए महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की मुश्किलें और बढ़ती जा रही है। सीबीआई के बाद अब ईडी भी उन पर लगातार शिकंजा कस रही है। शुक्रवार को पूर्व गृह मंत्री के मुंबई के चार ठिकानों और एक नागपुर के ठिकाने पर ईडी ने सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान जांच में सामने आया है कि मुंबई के करीब 10 बार मालिकों ने उनको तीन महीने के लिए 4 करोड़ रुपए की मोटी रकम का भुगतान किया था। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक अब ईडी देशमुख के निजी सहायक कुंदन शिंदे और निजी सचिव संजीव पलांडे के घरों की भी तलाशी ले रही हैं।
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वहीं एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले के संबंध में 10 से अधिक बार मालिकों के बयान दर्ज किए हैं। साथ ही ईडी की तरफ से इकट्ठे किए गए सबूतों के आधार पर शिंदे और पलांडे दोनों को मुंबई के बलार्ड एस्टेट स्थित अपने कार्यालय में लाई, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है। ईडी की जांच देशमुख के पैसे की लेनदेन को लेकर सीबीआई जांच के बराबर है, जिसमें पूर्व गृहमंत्री ने निलंबित असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाजे सहित पुलिस अधिकारियों से 40 रुपये सहित 100 करोड़ रुपये अवैध रूप से इकट्ठा करने के लिए कहा था। मुंबई में 1,750 बार और रेस्तरां से वसूल करने के लिए कहा गया था।
पूर्व गृहमंत्री देशमुख ने उन आरोपों का खंडन किया है, जो 20 मार्च को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को 8 पन्नों के पत्र में लगाए गए थे। ईडी ने अप्रैल में सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर देशमुख के खिलाफ कथित तौर पर अवैध रिश्वत लेने का मामला दर्ज किया था। सीबीआई ने कहा कि देशमुख ने कुछ गलत फायदा हासिल करने के लिए अपने आधिकारिक पद का इस्तेमाल किया और सिंह के आरोप के अनुसार मुंबई पुलिस में तबादलों और पोस्टिंग को भी प्रभावित किया।