उत्तर प्रदेश में कोरोना से डॉक्टर की मौत का पहला मामला, जमातियों के सर्वे में लगे चिकित्सक ने तोड़ा दम
मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में कोरोना वायरस का असर फैलता जा रहा है। तबलीगी जमात के लोगों के सर्वे में लगे एक डॉक्टर की सोमवार को मौत हो गई, जिससे हड़कंप मच गया। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस पॉजिटिव से किसी डॉक्टर की मौत का यह पहला मामला है। 10 अप्रैल को डॉक्टर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था। डॉक्टर की मौत के बाद मुरादाबाद में मृतकों की संख्या तीन हो गई है।
तबलीगी जमातियों के सर्वे में शामिल थे डॉक्टर
मुरादाबाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ताजपुर में तैनात थे डॉ. निजामुद्दीन तबलीगी जमातियों के सर्वे में शामिल थे। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण उनको टीएमयू में भर्ती कराया गया था। 10 अप्रैल को उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया, लेकिन उनकी हालत बिगड़ती चली गई। 11 अप्रैल को आइसीयू में हालत बिगड़ी तो डॉक्टर को वेंटिलेटर पर रख दिया गया। रविवार देर रात हार्ट अटैक की वजह से उनकी हालत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्होंने दम तोड़ दिया।
मुरादाबाद में तीन लोगों की मौत
सरकारी डॉक्टर की मौत से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। मुरादाबाद में इलाज के दौरान कोरोना के 3 मरीजों की मौत हो चुकी है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ताजपुर में तैनात डॉक्टर निजामुद्दीन पिछले आठ दिनों से आइसोलेशन वार्ड में भर्ती थे। उनके परिवार के पांच सदस्यों को भी क्वारंटाइन किया गया है। सीएमओ एमसी गर्ग ने बताया कि प्रशासन ने ताजपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सील कर स्टाफ को भी क्वारंटाइन के लिए भेज दिया है।
यूपी में अब तक 18 लोगों की मौत
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण पॉजिटिव होने के कारण अब तक 18 लोगों की मौत हो गई है। इनमें सबसे ज्यादा मौतें ताजनगरी आगरा में हुई हैं। उत्तर प्रदेश में सबसे पहले बस्ती के एक युवक की 30 मार्च को लॉकडाउन के दौरान मौत हुई थी। आगरा के बाद मेरठ व मुरादाबाद के तीन-तीन और कानपुर, लखनऊ, बस्ती, बुलंदशहर, वाराणसी और फिरोजाबाद के एक-एक कोरोना वायरस पॉजिटिव ने दम तोड़ा है।
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