मेरठ: कोविड संक्रमित की मौत की खबर डॉक्टरों ने 15 दिन तक छुपाई, अब हुई कार्रवाई
मेरठ, मई 13: कोरोना वायरस संक्रमण का कहर उत्तर प्रदेश के मेरठ में जारी है। जिले में बुधवार को 1199 कोरोना के मरीज सामने है, जबकि 29 की मौत हो गई। तो वहीं, संक्रमित मरीज संतोष कुमार की मौत के मामले को छुपाने के मामले में छह डॉक्टर-कर्मचारियों पर प्राचार्य ने कार्रवाई की है। इतना ही नहीं, उनके निलंबन और सेवा समाप्ति जैसी कठोर कार्रवाई के लिए डीजी हेल्थ को चिट्ठी भेज दी है।
दरअसल, बरेली में आशुतोष सिटी निवासी संतोष कुमार 21 अप्रैल को संक्रमित होने पर मेरठ मेडिकल के कोविड वार्ड में भर्ती हुए थे। 22 अप्रैल को उनकी मौत हो गई। संतोष कुमार के परिजनों को करीब 15 दिन बाद उनके मरने की जानकारी दी गई। प्राचार्य डॉ ज्ञानेंद्र कुमार ने तीन सदस्य कमेटी से इसकी जांच कराई थी। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट बुधवार को प्राचार्य को सौंप दी।
बुधवार को मेरठ में दौरे पर आए उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने भी मेरठ डीएम को इस प्रकरण में जल्द से जल्द कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। जिसके बाद प्राचार्य डॉक्टर ज्ञानेंद्र कुमार ने दो सीनियर डॉक्टरों की वेतन वृद्धि रोकते हुए चेतावनी दी है। एक संविदा जूनियर डॉक्टर का वेतन काटा है। तीन स्टाफ नर्स का प्रमोशन रोकते हुए वेतन काटा गया है। प्राचार्य ने बताया कि सभी की जॉइनिंग अथॉरिटी स्वास्थ्य निदेशालय है। इसलिए डीजी हेल्थ को कार्रवाई की संस्तुति करते हुए रिपोर्ट भेज दी है।