
MP Naxal Attack: हॉक फोर्स मुठभेड़ में मारे गए इनामी नक्सली तीन राज्यों में थे वांटेड
मध्यप्रदेश के बालाघाट-मंडला जिले में मारे गए दो नक्सलियों के खिलाफ 43 लाख रुपए का इनाम घोषित था। एमपी समेत छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र में हुई कई नक्सली वारदातों में मारे गए नक्सली गणेश मरावी और राजेश की भूमिका रही हैं। जिनकी लंबे अर्से से सुरक्षा बल के जवानों को तलाश थी। नक्सल विरोधी अभियान के आईजी फरीद शापू के मुताबिक नक्सलियों से बरामद AK-47 की भी जांच की जा रही हैं। शक है कि ये घातक हथियार पुलिस के लूटे गए हो।

5 महीने में 5 नक्सली ढेर
साल 2022 में ही महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा से लगे एमपी के बालाघाट जिले के कंदला के जंगल में तीन इनामी नक्सलियों को सुरक्षा जवानों ने मार गिराया था। उस वक्त मारे गए एक महिला नक्सली समेत अन्य दो पुरुष नक्सलियों से भी AK-47, थ्री नॉट थ्री और घातक हथियार बरामद हुए थे। ठीक उसी तर्ज पर मंडला-बालाघाट जिले से लगे छत्तीसगढ़ सीमावर्ती क्षेत्र के जंगल में नक्सलियों के मूवमेंट की खबर लगी। जिसके बाद एनकाउंटर में दो नक्सली मारे गए। बीते पांच महीनों में एमपी में हॉक फ़ोर्स के जवानों ने 5 नक्सलियों को मार गिराया हैं।

हिडमा के साथ काम कर चुका राजेश
बताया गया कि मारे गए नक्सली बेहद शातारिना अंदाज में अपने मंसूबों में कामयाब होने वारदातों को अंजाम देते चले आ रहे थे। गणेश मरावी नाम का नक्सली जीआरबी केवी डिवीजन टीम का मुखिया था, जबकि दूसरा मारा गया राजेश नाम का नक्सली छत्तीसगढ़ झीरम घाटी नक्सली वारदात के मोस्टवांटेड आरोपी रहे हिडमा के साथ काम कर चुका हैं। वह भोरमदेव कमेटी पीएल टू एसीएम का कमांडर रहा।

नक्सली सप्ताह मनाने बांटे थे पर्चे
मंडला बालाघाट जिले के जिस जंगल में यह एनकाउंटर हुआ, उसके आसपास के क्षेत्रों और खुर्सीपार गांव में नक्सली सप्ताह मनाने पर्चे बांटे थे। तभी से हॉक फ़ोर्स की टीम चौकन्नी थी। भोरमदेव एरिया कमेटी के नक्सलियों की संदिग्ध गतिविधियों के मद्देनजर उनके मूवमेंट पर भी नजर रखी जा रही थी। नक्सलियों ने शहीदी सप्ताह की घोषणा के वक्त कुछ ग्रामीणों को धमकियां देने की ख़बरें भी आई। जिसके बाद सुरक्षा बल के जवान और ज्यादा अलर्ट हो गए थे।

ऐसे हुई करीब आधे घंटे मुठभेड़
एंटी नक्सल ऑपरेशन के आईजी फरीद शापू के मुताबिक हॉक फ़ोर्स की टीम को नक्सलियों की गुट की सुपखार मोतीनाला क्षेत्र के जंगल में आहट की खबर लगी। तो देर रात ही सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ। हॉक फ़ोर्स, डिस्ट्रिक्ट पुलिस और CRPF के जवानों के साथ जंगल एक संदिग्ध इलाके को घेर लिया गया। तभी वहां छिपे हुए नक्सलियों ने फ़ोर्स को देखते ही जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। आधी रात हुई इस घटना के दौरान जवानों ने एनकाउंटर की कार्रवाई की। जबाबी फायरिंग में राजेश और गणेश मरावी मारा गया। जबकि अन्य एक नक्सली को गोली लगने की खबर हैं। जिसे बाकी साथी भगाकर ले गए। आईजी का कहना है कि इलाके पर अभी भी नजर रखी जा रही है।

43 लाख का इनाम, नक्सली साहित्य भी मिला
एनकाउंटर में ढेर हुए नक्सलियों से घातक हथियार के अलावा नक्सली साहित्य भी बरामद हुआ है। जिसका परीक्षण कराया जा रहा हैं। मृतक नक्सली गणेश और राजेश की गिरफ्तारी पर अलग-अलग राज्यों में कुल 43 लाख रुपए के इनाम घोषित होने का दावा किया जा रहा हैं। राजेश पश्चिम बस्तर छत्तीसगढ़ जबकि गणेश गढ़चिरौली महाराष्ट्र का रहने वाला था। दोनों मृतकों के परिजनों को मामले की खबर की गई है। पीएम के बाद दोनों मारे गए नक्सलियों के शव परिजनों को सुपुर्द किए जाएंगे।
मप्र पुलिस को मंडला-बालाघाट जिले की सीमा पर मुठभेड़ में दो इनामी नक्सलियों को ढेर करने में सफलता मिली है।
हॉक फोर्स के हमारे जांबाज जवानों का इस सफलता पर अभिनंदन करता हूं।
आपका शौर्य और कर्तव्यपरायणता शांति के टापू मध्यप्रदेश की धरा को नक्सल मुक्त करने की मुहिम का बड़ा आधार है।
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) November 30, 2022
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