कोरोना के बीच महाराष्ट्र में रेमेडिसविर इंजेक्शन की किल्लत, क्राइम ब्रांच ने 21 इंजेक्शन के साथ 2 लोगों को धरा
मुंबई: पिछले साल फैली कोरोना महामारी अभी तक जस की तस बनी हुई हैं। हालांकि देशभर में कोरोना वैक्सीनेशन का काम तेजी से चल रहा है, लेकिन इसके बावजूद कोरोना के मामलों में कमी नहीं हो रही है। महाराष्ट्र में रोजाना रिकॉर्ड स्तर पर कोरोना के नए मरीज समाने आ रहे है। अस्पतालों से लेकर घरों तक मरीजों की संख्या में बढ़ा इजाफा देखने को मिल रहा है। इन सब के बीच महाराष्ट्र में रेमेडिसविर दवा की भारी कमी देखने को मिल रही है। दूसरी तरफ लोग इसकी कालाबाजारी करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं।
कोरोना के इलाज में काम आने वाला रेमेडिसविर इंजेक्शनों की प्रदेश में बेतहाशा कमी देखने को मिल रही है।नागपुर सहित राज्य के कई हिस्सों के मेडिकल स्टोर्स के बाहर लोगों की लंबी लाइनें देखी जा रही है। कोरोना महामारी की शुरुआत में ही इस घातक वायरस के इलाज के लिए रेमेडिसविर दवा का नाम सबसे पहले सामने आया था, जिसके बाद अचानक देश में इसकी मांग बढ़ गई। आयम ये है कि रेमेडिसविर इंजेक्शन की कमी के कारण लोगों की कई घंटों तक लाइन में लगे रहना पड़ा है। नागपुर में दवा लेने आए एक युवक ने बताया कि वो इंजेक्शन के लिए टोकन लेने के लिए सुबह से दुकान के आगे कतार में खड़ा है, लेकिन अब दवा का स्टॉक मंगलवार को आएगा।
कोरोना के इलाज में काफी कारगर है रेमेडिसविर दवा, तेजी से ठीक हो रहे मरीज
21 इंजेक्शन के साथ 2 गिरफ्तार
इधर, इंजेक्शन की मांग के बढ़ने से कालाबाजारी भी बढ़ गई है। लोग इस जरूरत के समय में भी मोटी कमाई करने से बाज नहीं आ रहे है। कई मेडिकल स्टोर्स दवा को एमआसपी से कई गुना दाम पर बेच रहे है तो कई लोग बड़े स्तर पर कालाबाजारी कर रहे है। मुंबई की ठाणे क्राइम ब्रांच ने 21 रेमेडिसविर इंजेक्शन बरामद करते हुए 2 लोगों को गिरफ्तार किया है।