महाराष्ट्र: तीन मौतों के बाद कोरोना की चपेट में आ रहे पुलिसकर्मियों को बचाने के लिए किए गए विशेष उपाय
मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के फैलने की वजह से इसकी रोकथाम में लगे पुलिसकर्मी भी चपेट में आने लगे। इसके संक्रमण का शिकार होकर तीन पुलिसकर्मियों की जान चली गई। ये पुलिसकर्मी 50 से ज्यादा उम्र के थे। इसी को देखते हुए मुंबई पुलिस ने यह फैसला लिया कि 55 साल से ज्यादा उम्र के पुलिसकर्मी काम पर नहीं आएंगे, वो छुट्टी ले सकते हैं। अगर वे काम पर आते भी हैं तो उनको फील्ड में नहीं भेजा जाएगा क्योंकि उनके संक्रमित होने का खतरा ज्यादा है।
मुंबई पुलिस आयुक्त ने इस आदेश की जानकारी देते हुए बताया कि हमारे वरिष्ठ पुलिसकर्मियों के लिए कोरोना वायरस बहुत बड़ा खतरा बन गया। उन पुलिसकर्मियों की उम्र और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को ध्यान में रखते हुए 55 साल से ऊपर के कर्मचारियों को लेकर यह फैसला लिया गया है कि वो ड्यूटी से छुट्टी ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे पुलिसकर्मी जो 52 से अधिक उम्र के हैं और वे डायबिटीज या ब्लडप्रेशर बीमारी से ग्रस्त हैं, उनको भी काम पर आने से मना किया गया है। मुंबई पुलिस ने ऐसे सभी कर्मचारियों को घर पर आराम करने के लिए कहा है।
इसके साथ मुंबई पुलिस ने एक और अहम फैसला लिया है जिसके तहत पुलिसकर्मी थाने में 12 घंटे ड्यूटी करेंगे और उसके बाद 24 घंटे का उनको रेस्ट मिलेगा। इस दौरान पुलिसकर्मियों की शिफ्ट लगाई जाएगी। पुलिस आयुक्त ने बताया कि कोरोना की चपेट में आने वाले पुलिसकर्मियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। कोविड अस्पतालों में पुलिसकर्मियों के लिए अलग बिस्तर के इंतजाम किए गए हैं।
साथ ही 12 हजार पुलिसकर्मियों को हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन दवाई दी गई और 20 हजार पुलिसकर्मियों को ताकत के लिए विटामिन और प्रोटीन सप्लीमेंट दिए गए हैं। उनके लिए हेल्पलाइन नंबर भी शुरू की गई जिस पर कॉ़ल कर वे किसी प्रकार की सहायता ले सकते हैं। पुलिसकर्मियों के लिए सुरक्षा किट, मास्क समेत अन्य आवश्यक चीजों की व्यवस्था भी की गई हैं। इसके अलावा जिन पुलिसकर्मियों की जान गई है, उनके परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी जा रही है।
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामले 8 हजार के पार, मृत्यु दर 4.24 फीसदी हुई