लॉकडाउन के बीच महाराष्ट्र सरकार ने 12 लाख निर्माण श्रमिकों के लिए खोला खजाना, आर्थिक मदद का ऐलान
मुंबई। कोरोना वायरस के संकट के बीच लॉकडाउन से जूझ रहे कंस्ट्रक्शन मजदूरों के लिए महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने अपना खजाना खोल दिया है। महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में पंजीकृत 12 लाख निर्माण श्रमिकों को 2000 रुपए की सहायता राशि देने का ऐलान किया है। राज्य के श्रम मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने शनिवार को इस बात की जानकारी मीडिया को दी है। बता दें कि कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा महाराष्ट्र प्रभावित हुआ है, यहां संक्रमितों की संख्या 3000 के पार जा चुकी है।
देशव्यापी लॉकडाउन के 3 मई तक बढ़ाए जाने से देश के विभिन्न हिस्सों में रह रहे स्थानीय और प्रवासी मजदूरों के सामना आजीविका की समस्या आ गई है। नौकरी जाने की वजह से उनके पास खाने के लिए पैसे नहीं हैं। हालांकि केंद्र और राज्य सरकारें मजदूरों की मदद के लिए हर संभव कोशिश कर रही हैं। इसी दिशा में शनिवार को महाराष्ट्र सरकार ने बढ़ कदम उठाया है। श्रम मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने मजदूरों का राहत देते हुए बताया कि महाराष्ट्र सरकार निर्माण श्रमिकों को 2000 रुपए की सहायता राशि देगी।
वहीं, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, 20 अप्रैल से राज्य में कुछ औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियां शुरू होंगी लेकिन यह कोरोना वायरस फैलाव के रोकने और लॉकडाउन के नियमों के पालन के आधार पर होगा। दूसरी ओर कोरोना वायरस लॉकडाउन के बीच महाराष्ट्र सरकार ने मेडिकल चेकअप के बाद 1 लाख से अधिक प्रवासी गन्ना श्रमिकों को अपने गाँव वापस जाने की अनुमति दी है। उनकी यात्रा और भोजन आदि की सारी व्यवस्था चीनी कारखाने के मालिकों द्वारा की जाएगी।
महाराष्ट्र पुलिस ने बताया कि राज्य में लॉकडाउन का उल्लंघन करने के मामले में 10729 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, 33984 वाहनों को जब्त किया गया और IPC की धारा 188 के तहत 52626 मामले दर्ज किए गए, 8 पुलिस अधिकारी और 29 अन्य पुलिस कर्मी राज्य में COVID19 से संक्रमित हैं। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र में कुल 118 नए कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं, आज 7 मौतें भी रिपोर्ट की गई। राज्य में पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या अब 3320 हो गई है।
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