Maharashtra Crisis : सियासी उठापटक के बीच CM उद्धव ठाकरे का बड़ा कदम, शिंदे समेत बागी मंत्रियों का छीना विभाग
मुंबई, 27 जून। महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं,मामला कोर्ट में पहुंच चुका है तो वहीं दूसरी ओर सोमवार को सीएम उद्धव ठाकरे ने बड़ा कदम उठाते हुए एकनाथ शिंदे समेत बागी मंत्रियों के विभाग छीन लिए हैं और यही नहीं बागी मंत्रियों के विभागों को दूसरे लोगों को आवंटित भी कर दिया गया है। सरकार की ओर से कहा गया है कि 'ये फैसला जनता के हित को ध्यान में रखकर लिया गया है क्योंकि सरकार का मानना है कि पार्टी के कलह का असर जनता पर नहीं पड़ना चाहिए।'
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आपको बता दें कि ठाकरे के कभी काफी करीबी रहे एकनाथ शिंदे के विभाग को अब सुभाष देसाई को और गुलाबराव के विभाग को अनिल परब को दिया गया है। बता दें कि एकनाथ शिंदे के पास शहरी विकास और लोक निर्माण विभाग और गुलाबराव के पास जलापूर्ति-स्वच्छता विभाग था।
निम्नलिखित विभाग में फेरबदेल हुआ है...
- उदय सावंत के पास उच्च शिक्षा विभाग है।
- तकनीकी शिक्षा विभाग आदित्य ठाकरे के पास है।
- शंभुराजे देसाई का गृह राज्यमंत्री (ग्रामीण) विभाग अब संजय बांसोड़े के पास है।
- कौशल्य विकास और उद्यमिता विभाग अब विश्वजीत कदम के पास है।
- मेडिकल एजुकेशन और टेक्सटाइल अब प्रजक्त तानपुरे देखेंगे।
- सांस्कृतिक कार्य विभाग अदिति तटकरे के पास गया है।
- महिला एवं बाल विकास विभाग की जिम्मेदारी भी संजय बांसोडे को ही दी गई है।
- दत्तात्रय भरने को OBC वेलफेयर विभाग का काम दिया गया है।
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गौरतलब है कि बागी मंत्रियों पर यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब शिवसेना के भीतर तकरार सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गई है। अलग-अलग याचिकाओं में, विद्रोहियों ने 16 बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने के शिवसेना के कदम का विरोध किया है और डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की अस्वीकृति को चुनौती दी है। एकनाथ शिंदे ने तो बागी विधायकों के जीवन के खतरे का दावा करते हुए एक और याचिका कोर्ट में दायर की है।