VIDEO:'50 खोके एकदम ओके'.... CM एकनाथ शिंदे को देख ठाकरे गुट ने लगाए नारे
नई दिल्ली, 17 अगस्त: महाराष्ट्र विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया। उद्धव सरकार गिरने के बाद नवगठित शिंदे सरकार का यह पहला विधानसभा सत्र है। विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने से ठीक पहले बुधवार को विपक्षी दलों ने यहां विधान भवन की सीढ़ियों पर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं शिवसेना के ठाकरे गुट ने सीएम एकनाथ शिंदे के सामने '50 खोके' के नारे लगाए। (वीडियो नीचे)
ठाकरे गुट ने शिंदे की जमकर की हूटिंग
विपक्ष के नेता अजीत पवार और विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे के नेतृत्व में विधायकों ने सदन की सीढ़ियों पर नारेबाजी की। इस दौरान सीएम एकनाथ शिंदे और उनके गुट के विधायकों के सदन से बाहर निकलते समय ठाकरे गुट के विधायकों ने जमकर हूटिंग की। शिंदे गुट के विधायकों को देखकर ठाकरे गुट के विधयाक '50 खोके एकदम ओक'का नारा लगाने लगे।
लगे "अले रे आले गद्दार अले" के नारे
यही नहीं ठाकरे गुट के विधायकों ने शिंदे के सामने "अले रे आले गद्दार अले" जैसे नारे लगाए। एकनाथ शिंदे के खिलाफ नारेबाजी करने वाले नेताओं में धनंजय मुंडे सबसे आगे दिखे।वहीं ठाकरे गुट के विधायकों की नारेबाजी देख शिंदे गुट के विधायक चुपचाप मुस्कराकर निकल गए। दरअसल ये ठाकरे गुट के विधायक शिंदे और उनके गुट पर 50 करोड़ लेकर पाला बदलने का आरोप लगा रहे थे।
विपक्ष ने सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
कुछ विपक्षी सदस्यों को तख्तियां पकड़े हुए देखा गया, जिन पर शिंदे-फडणवीस नीत सरकार की वैधता पर सवाल उठाए गए थे। प्रदर्शन कर रहे विपक्षी दल के एक नेता ने कहा,इस सरकार ने उन किसानों की दुर्दशा को नजरअंदाज कर दिया है, जिन्होंने अधिक बारिश के कारण अपनी फसल खो दी थी। सरकार की वैधता भी संदेह के घेरे में है जिस पर कानूनी रूप से बहस की जा रही है।
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वीडियो हुआ वायरल
विपक्ष ने जुलाई और अगस्त में अधिक वर्षा के कारण 15 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि की फसलों को हुए नुकसान का हवाला देते हुए राज्य सरकार से 'बाढ़ की स्थिति' घोषित करने की मांग की है। इससे पहले सत्र शुरू होने की पूर्व संध्या पर विपक्षी दलों राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), कांग्रेस और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने शिंदे नीत राज्य सरकार द्वारा आयोजित चाय पार्टी का बहिष्कार करते हुए आरोप लगाया कि राज्य सरकार लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का पालन नहीं कर रही है।