शिवसेना पर अधिकार की लड़ाई पर आपात सुनवाई के लिए शिंदे गुट ने SC से लगाई गुहार, कल हो सकती है सुनवाई
नई दिल्ली, 06 सितंबर। महाराष्ट्र के सियासी संकट के बीच जिस तरह से शिवसेना के बागी गुटों की ओर से केस दायर किए गए हैं उसपर सुप्रीम कोर्ट गुरुवार को सुनवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस यूयू ललित और एस रवींद्र भट की बेंच इस मामले की सुनवाई के लिए केस को बुधवार को लिस्ट कर सकती है। वरिष्ठ वकील नीरज किशन कौल सुप्रीम कोर्ट में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट की ओर से पेश होंगे। उन्होंने इस मामले की आपात सुनवाई के लिए अपील की थी। एडवोकेट की अपील पर जस्टिस ललित ने कहा कि इसके लिए तैयारी अभी पूरी नहीं है लेकिन इसपर कल कुछ हो सकता है।
मामले की आपात सुनवाई को लेकर कौल ने कहा कि यह मामला पांच जजों की संवैधानिक बेंच को भेजा गया है और इस मामले पर चुनाव आयोग तय करेगा कि आखिर असल शिवसेना कौन है। दरअसल महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय के चुनाव होने हैं, जिसके चलते कौल ने इस मामले की सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट से आपात सुनवाई की अपील की है। उन्होंने अपील दर्ज करके कहा है कि इस मामले की आपात सुनवाई की जरूरत है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बेंच ने मामले को पांच जजों की बेंच को रेफर किया था।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि मामले की सुनवाई 25 अगस्त को होगी। इस मामले की सुनवाई संवैधानिक बेंच करेगी, लेकिन मामला अभी तक सुनवाई के लिए सामने नहीं आया है। कोर्ट ने चुनाव आयोग से कहा था कि 25 अगस्त तक मामले पर फैसला ना दें। उद्धव ठाकरे गुट की ओर से पेश हो रहे वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने 25 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक बेंच के सामने यह मामला रखा था, उन्होंने शिवसेना के चुनाव चिन्ह को लेकर अंतरिम राहत देने की अपील की थी। उद्धव ठाकरे कैंप ने शिवसेना मामले की सुनवाई पर चुनाव आयोग से रोक लगाने की मांग की थी और कहा था कि पार्टी के चुनाव चिन्ह को शिंदे गुट का ना दिया जाए।