भारत बंद: मध्य प्रदेश में फिर भड़की हिंसा, प्रदर्शनकारियों ने दुकान फूंकी
भिंड। एससी/एसटी एक्ट में सुप्रीम कोर्ट द्वारा किए गए बदलाव के विरोध में दो अप्रैल दलित संगठनों ने भारत बंद बुलाया था। लेकिन इन इस बंद ने हिंसा का रूप ले लिया था। यह बंद सबसे अधिक हिंसात्मक मध्य प्रदेश में के ग्वालियर, भिंड और मुरैना में हो गया था। मध्यप्रदेश के कई जिलों में हालात अभी भी सामान्य नहीं हुए हैं। बुधवार को भिंड में एक बार फिर से हिंसा भड़क गई है। कुछ प्रदर्शनकारियों ने एक दुकान को आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर टायर भी जलाए हैं।
भिंड में कर्फ्यू के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने नगरपालिका कार्यालय के बाहर एक दुकान फूंक दी और बीच सड़क पर एक टायर को आग लगा दी। कस्बे में अभी भी कर्फ्यू लगा हुआ है उसके साथ प्रशासन ने इंटरनेट सेवाओं पर भी रोक लगा रखी है। वहीं प्रशासन ने ग्वालियर में इंटरनेट सेवाओं को बहाल कर दिया है लेकिन कर्फ्यू अभी भी लगा हुआ है। वहीं मगंलवार देश शाम मुरैना में एक पुलिस टुकड़ी पर पत्थरबाजी करने के आरोप में 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
मध्य प्रदेश के भिंड में भारत बंद के दौरान सबसे अधिक हिंसक आंदोलन देखने को मिला था। इस देखते हुए सरकार ने फिलहाल इस जिले के मेहगांव, गोहद और मछंड में सभी आर्म्स लाइसेंस को फिलहाल सस्पेंड कर दिया गया है। ग्वालियर-चंबल संभाग में तनाव बना हुआ है। यही कारण है कि ग्वालियर के तीन, भिंड के पांच थाना क्षेत्रों और मुरैना में कर्फ्यू जारी है। इन इलाकों में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। अर्धसैनिक बलों को भी बुलाया गया है।
भिंड जिले के मछंड में प्रदर्शन के दौरान गोली चलाने के दौरान हुई महावीर राजावत की मौत के मामले में दो पुलिसकर्मियों सुल्तान राठौर और रामकुमार दोहरे के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है। ये दोनों रौन थाने में पदस्थ हैं। भिंड में 3 हजार ( इनमें 70 नामजद) उपद्रवियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं।