ग्वालियर में बोले मोहन भागवत- भारत को भारत रहना है तो भारत को हिन्दू रहना ही पड़ेगा
ग्वालियर, 27 नवंबर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि हिन्दुओं की संख्या और शक्ति दोनों कम हुई हैं। शनिवार को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक कार्यक्रम में उन्होंने ये कहा कि आप देखेंगे कि हिंदुओं की संख्या और ताकत कम हो गई है या फिर हिंदुत्व की भावना कमजोर हो गई है। मैं कहूंगा इतिहास इसे साबित करता है कि भारत को हिन्दू ही रहना होगा और अगर हिंदुओं को हिंदू रहना है तो भारत को 'अखंड' बनना होगा।
मोहन भागवत ने कहा, ये हिन्दुस्तान है और यहां परंपरा से हिन्दू लोग रहते आए हैं जिस-जिस बात को हिन्दू कहते हैं उन सारी बातों का विकास इस भूमि में हुआ है। भारत की सारी बातें भारत की भूमि से जुड़ी हैं, संयोग से नहीं। हिन्दू के बिना भारत नहीं और भारत के बिना हिन्दू नहीं। भारत टूटा, पाकिस्तान हुआ क्योंकि हम इस भाव को भूल गए कि हम हिन्दू हैं, वहां के मुसलमान भी भूल गए। खुद को हिन्दू मानने वालों की पहले ताकत कम हुई फिर संख्या कम हुई इसलिए पाकिस्तान भारत नहीं रहा।
भारत को अखंड बनना ही होगा
आरएसएस प्रमुख ने आगे कहा कि हिन्दू और भारत अलग नहीं हो सकते हैं। भारत को भारत रहना है तो भारत को हिन्दू रहना ही पड़ेगा। हिन्दू को हिन्दू रहना है तो भारत को अखंड बनना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हर भारतीय को इसमें सोचने की जरूरत है।
बार-बार कर रहे 'अखंड भारत' की बात
मोहन भागवत ने हाल ही में नोएडा में एक कार्यक्रम में कहा था कि देश का विभाजन कभी ना मिटने वाली वेदना है और विभाजन को निरस्त करके ही इस पीड़ा को मिटाया जा सकता है। भारत के विभाजन की वेदना का समाधान, विभाजन को निरस्त करने में ही है। उन्होंने कहा, विभाजन का उपाय कोई उपाय नहीं था। ना उससे भारत सुखी है और ना इस्लाम के नाम पर विभाजन की मांग करने वाले लोग (पाकिस्तान) सुखी हैं।
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