Kuno national park: कूनो नेशनल पार्क के कर्मचारी नामीबियाई एक्सपर्ट से सीख रहे हैं चीतों की मॉनिटरिंग
कूनो नेशनल पार्क के कर्मचारी ले रहे हैं चीतों की निगरानी का प्रशिक्षण, नामीबियाई एक्सपर्ट दे रहे हैं प्रशिक्षण, एक दर्जन कर्मचारी हो रहे हैं चीतों की निगरानी के लिए तैयार
Kuno national park के स्टाफ के कुछ कर्मचारी चीतों की मॉनिटरिंग के लिए नामीबिआई के एक्सपर्ट से ट्रेनिंग ले रहे हैं। नामीबिया के एक्सपर्ट कूनो नेशनल पार्क के कर्मचारियों को बता रहे हैं कि किस तरीके से चीतों की मॉनिटरिंग करनी है और मॉनिटरिंग के दौरान किन-किन बातों का खयाल रखना है। कूनो नेशनल पार्क के तकरीबन एक दर्जन कर्मचारी यह ट्रेनिंग ले रहे हैं।
नामीबियाई
एक्सपर्ट
मिस्ट
वाट
दे
रहे
हैं
ट्रेनिंग
नामीबियाई
एक्सपर्ट
मिस्ट
वाट
इन
दिनों
कूनो
नेशनल
पार्क
के
कर्मचारियों
को
चीतों
की
मॉनिटरिंग
की
ट्रेनिंग
दे
रहे
हैं।
नामीबियाई
एक्सपर्ट
ने
कर्मचारियों
को
बताया
है
कि
बड़े-बाड़े
में
छोड़े
गए
चीतों
को
24
घंटे
में
एक
बार
देखा
जाना
बेहद
जरूरी
है।
24
घंटे
में
निगरानी
के
दौरान
एक
बार
चीते
को
देखने
के
लिए
काफी
एहतियात
भी
बरतने
की
टिप्स
नामीबियाई
एक्सपर्ट
द्वारा
कर्मचारियों
को
दी
जा
रही
है।
कर्मचारियों
को
सिखाया
जा
रहा
है
कि
किस
तरीके
से
चीते
से
खुद
की
सुरक्षा
करते
हुए
उसके
चेहरे
के
हाव
भाव
को
समझना
है
और
उसकी
परेशानियों
को
भी
समझना
है।
चीतों
की
चोट
पर
भी
रहनी
चाहिए
नजर
नामीबियाई
एक्सपर्ट
अपनी
ट्रेनिंग
के
दौरान
कर्मचारियों
को
यह
भी
बता
रहे
हैं
कि
दिन
भर
में
चीते
काफी
जगह
घूमते
हैं
ऐसे
में
अगर
चीतों
को
कोई
चोट
लग
जाती
है
तो
मॉनिटरिंग
का
यह
अहम
हिस्सा
है
कि
चीतों
की
चोट
पर
भी
नजर
होनी
चाहिए।
मॉनिटरिंग
के
दौरान
अगर
यह
दिखे
कि
चीतों
को
चोट
आई
है
तो
उसका
उपचार
भी
किया
जाना
चाहिए।
तकरीबन
एक
दर्जन
कर्मचारी
ले
रहे
हैं
ट्रेनिंग
कूनो
नेशनल
पार्क
में
चीते
तो
आ
गए
हैं
लेकिन
इन
चीतों
की
मॉनिटरिंग
करने
के
लिए
कूनो
नेशनल
पार्क
में
कोई
एक्सपर्ट
मौजूद
नहीं
है।
यही
वजह
है
कि
नामीबिया
से
आए
एक्सपर्ट
द्वारा
कूनो
नेशनल
पार्क
के
तकरीबन
एक
दर्जन
कर्मचारियों
को
चीतों
की
मॉनिटरिंग
की
ट्रेनिंग
दी
जा
रही
है।
धीरे-धीरे
नामीबियाई
एक्सपर्ट
से
ट्रेनिंग
मिलने
के
बाद
अब
कूनो
नेशनल
पार्क
के
कर्मचारी
भी
चीतों
की
मॉनिटरिंग
में
पारंगत
होते
जा
रहे
हैं।
ये भी पढ़ें-Gwalior news: ग्वालियर में अनफिट हो रहे हैं पुलिसकर्मी, कैसे हो क्राइम कंट्रोल