Sagar: लाखा बंजारा झील का सीना चीरते हुए उभरने लगा एलिवेटेड काॅरिडोर का आकार
सागर, 14 सितंबर। मप्र के सागर में स्मार्ट सिटी कंपनी सागर ऐतिहासिक लाखा बंजारा झील के बीचों-बीच से एलिवेटेड कॉरिडोर बना रही है, ताकि पुराने शहर को बस चकराघाट से बस स्टैंड तक सीधे जोड़ा जा सके और मुख्य शहर की सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक को हल किया जा सके। करीब 96 करोड़ की लागत से यह महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है। भरी बारिश में भी इसका काम जारी है। एलिवेटेड कॉरिडोर अब झील के बीच से आकार लेता दिखने लगा है।
मप्र के सागर में स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा तैयार कराई जा रही की महत्वपूर्ण परियोजना चकराघाट फर्श से दीनदयाल चौराहा तक बनने वाले एलीवेटेड कॉरिडोर का झील में पानी के बीच आकार अब दिखने लगा है। करीब सवा किलोमीटर लम्बे एवं दोनों ओर पाथ.वे सहित 14 मीटर चौड़े बनाए जा रहे इस एलीवेटेड कॉरिडोर के पाइल व पिलर निर्माण का कार्य लगभग पूर्ण किया जा चुका है और अब इन पिलरों पर गर्डर लांच कर एलीवेटेड कॉरिडोर की सड़क निर्माण का कार्य शुरू किया जा चुका है।
परकोटा व कटरा मार्ग पर ट्रेफिक का 60 फीसदी दबाव कम होगा
इधर दीनदयाल चौराहे की ओर से एलीवेटेड कॉरिडोर के लांच किए जा चुके गर्डरों पर डेक स्लैब डालकर एलीवेटेड कॉरिडोर की फाइनल लेयर का निर्माण कार्य प्रारम्भ किया गया है। इस एलीवेटेड कॉरिडोर के निर्माण से शहर के एक छोर पर बसे वार्ड. बड़ा बाजार, पुरव्याउ, बरिया घाट, लक्ष्मीपुरा, काकागंज आदि को सीधे दीनदयाल चौराहे से जोड़कर दूरी को कम किया जा सकेगा। साथ ही परकोटा सड़क आदि पर पड़ने वाले ट्रैफिक दबाव को 60 प्रतिशत तक कम किया जा सकेगा।
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जाम से निजात मिलेगी, प्रदूषण भी कम होगा
एलीवेटेड कॉरिडोर पर ट्रैफिक का एक बड़ा हिस्सा डायवर्ट होने से परकोटा सड़क पर आए दिन लगने वाले जाम से निजात मिलने के साथ ही ध्वनि प्रदूषण व वायु प्रदूषण में भी कमी आएगी। लोग कम समय में जिला हॉस्पिटल, मेडिकल कॉलेज सहित अन्य इमरजेंसी वाले स्थानों तक पहुंच सकेंगे। इस एलीवेटेड कॉरिडोर पर पैदल यात्रियों के लिए बनाए जा रहे पाथ. वे पर घूमते हुए झील के सुंदर नजारे का भी पथिक आनंद ले सकेंगे।