नशे में हुए झगड़े से सुलझ गई 4 साल पहले की मर्डर मिस्ट्री
इंदौर। चार साल पुराने मर्डर केस में मध्य प्रदेश क्राइम ब्रांच को उस समय सफलता मिली जब नशे में धुत एक गुंडे ने दूसरे की पोल खोल दी। दरअसल चार साल पहले दिसंबर 2013 में नशे में कुछ बदमाशों ने सब्जी व्यापारी की हत्या कर दी थी। बदमाशों ने ठेले से मुफ्त में सब्जी उठाई तो व्यापारी ने इसका विरोध किया था। इसी बात पर बदमाशों ने सब्जी व्यापारी की चाकू मार कर हत्या कर दी थी। जिसका पुलिस सुराग तक नहीं जुटा सकी थी। लेकिन क्राइम ब्रांच को उस समय सफलता हाथ लगी जब शराब पीने के दौरान आरोपियों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया तो एक ने दूसरे पर सब्जी व्यापारी की हत्या को लेकर कमेंट किया। तो वहां मौजूद पुलिस के मुखबिर ने यह बात पुलिस तक पहुंचा दी तो क्राइम ब्रांच ने जाल बिछाकर तीनों आरोपियों को पकड़ लिया। ये सभी गुंडे मनोज नाइट्रा की गैंग से संबंध रखते हैं।
मध्य प्रदेश पुलिस ने इन आरोपियों की पहचान विजय पिता मुकेश चौहान (22), रईस पिता मो. सलीम (31) और शुभम पिता हरिसिंह चौहान (22) की है। पकड़े गए आरोपी विजय ने बताया कि पलासिया चौराहे पर उसकी फल की दुकान है। उसकी साथियों ने सब्जी व्यापारी रामपाल की चाकू मारकर हत्या की थी।
आरोपी शुभम ऑटो चलाता है। मोहम्मद गुंडे मनोज नाइट्रा का खास साथी है। ये फेब्रिकेटर का काम करता है। इस पर हत्या के प्रयास, चोरी के मुकदमे दर्ज हैं। आरोपी विजय चौहान लिस्टेड गुंडा है। उस पर हत्या के कई मुकदमे है। इस हत्याकांड का एक अन्य आरोपी मोनू उर्फ अभिषेक अभी भी पुलिस की पकड़ से फरार है।