शादी के पांचवें दिन दूल्हे को छोड़ भागी दुल्हन, लड़की ने पहले से कर रखी थे ऐसी प्लानिंग
पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना में लुटेरी दुल्हन और उसकी गैंग ने मिलकर एक परिवार से एक लाख रुपए और सोने, चांदी के आभूषण लिए और फेरों के पांचवें दिन फरार हो गई। फोटोग्राफ और मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने आरोपी दुल्हन को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, दुल्हन का चाचा मौके से फरार हो गया।
जानकारी के अनुसार, 23 जुलाई को ग्राम हिनौता थाना मड़ला निवासी विवेक तिवारी ने पुलिस को शिकायती पत्र देकर बताया कि झांसी के रहने वाले धीरज चौबे एवं दाऊ राजा उर्फ राजा भैया दुबे अपनी भतीजी संध्या चौबे की शादी का प्रस्ताव लेकर उसके पास आये थे। लड़की को देखने के बाद उसने शादी के लिए हां कर दी। अगले ही दिन दाऊ उर्फ राजा भइया दुबे ने बताया कि धीरज चौबे की पत्नी की तबियत काफी खराब है, कैन्सर हॉस्पिटल ग्वालियर में उनका ऑपरेशन होना है, जिसमें तीन लाख रुपए का खर्च है।
शादी
के
बाद
दिए
थे
एक
लाख
रुपए
उन्होंने
इलाज
के
लिए
एक
लाख
रुपए
उधार
मांगे।
इस
पर
शंकर
मन्दिर
में
विवाह
पर
भी
सहमति
बन
गई।
बताया
गया
कि
17
जुलाई
को
रीति-रिवाज
से
संध्या
के
साथ
उसकी
शादी
करा
दी
गई,
जिसके
बाद
उन्होंने
राजा
भइया
को
1
लाख
रुपए
उधार
दे
दिए।
वे
लोग
संध्या
को
छोड़कर
पैसे
लेकर
चले
गए।
22
जुलाई
की
शाम
को
संध्या
मंगलसूत्र
व
पायल
लेकर
घर
से
भाग
गई।
ढूंढ़ने
पर
पता
लगा
कि
संध्या
एक
सफेद
रंग
की
शिफ्ट
डिजायर
कार
में
बैठकर
पन्ना
की
तरफ
चली
गई
है।
पहले
भी
कई
लोगों
को
बना
चुके
है
शिकार
पड़ताल
करने
पर
पता
चला
कि
संध्या
चौबे
एवं
उसके
चाचा
धीरज
चौबे
पहले
भी
झूठी
शादी
कर
लोगों
को
ठगी
का
शिकार
बना
चुके
हैं।
इस
पर
वह
भौचक्के
रह
गए।
मु़कदमा
दर्ज
कर
पुलिस
आरोपियों
की
तलाश
में
जुटी
थी
कि
मुखबिर
से
सूचना
मिली
कि
उक्त
नम्बर
की
कार
डायमण्ड
ढाबा
पर
खड़ी
है।
इसमें
से
1
महिला
और
2
पुरुष
सवार
हैं,
वो
अभी
ढाबे
में
खाना
खा
रहे
हैं।
पुलिस
ने
ऐसे
किया
गिरफ्तार
थाना
प्रभारी
मंडला
अपने
सहयोगियों
के
साथ
ढाबा
पर
पहुंचे।
पुलिस
को
देख
आरोपियों
ने
जंगल
की
तरफ
दौड़
लगा
दी।
पुलिस
ने
उक्त
महिला
और
गाड़ी
चालक
चरण
सिंह
को
पकड़
लिया,
जबकि
साथ
में
खाना
खा
रहे
धीरज
चौबे
जंगल
की
ओर
भाग
गया।
आरोपी
संध्या
चौबे
एवं
वाहन
चालक
चरण
सिंह
को
पकड़
कर
थाने
लाया
गया।
संध्या
के
पास
से
चांदी
की
पायल
और
सोने
का
मंगलसूत्र
बरामद
किया
गया।
पूछताछ
पर
पता
लगा
कि
संध्या
चौबे
का
वास्तविक
नाम
संध्या
राजपूत
है,
जो
झांसी
के
बिजौली
थाना
प्रेमनगर
की
रहने
वाली
है,
जबकि
चरण
सिंह
सिमराहा
का
रहने
वाला
है।