मध्य प्रदेश: नेता-मंत्री अपने बेटे-बेटियों को भी टिकट दिलवाने पर अड़े, विरोध में कार्यकर्ता
भोपाल। तीन राज्यों में विधानसभा चुनावों की आहट के बीच कई नेता-मंत्री अपने बेटे-बेटियों को भी टिकट दिलवाने पर अड़े हैं, वहीं दलों के कार्यकर्ता उनकी मनमानी का विरोध कर रहे हैं। मध्य प्रदेश में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कई मंत्रियों पर निशाना साधा है कि कहां तो वे कांग्रेस पर वंशवाद के आरोप लगाते थे, लेकिन खुद अपने बच्चों के लिए आकाश-जमीन एक करने पर उतारू हैं। सत्तासीन दल के प्रदेश कार्यालय में भी टिकट बंटवारे पर खींचतान शुरू हो गई है।
कृषि
मंत्री
की
बेटी
को
टिकट
देने
का
विरोध
टिकट
बंटवारे
को
लेकर
कार्यकर्ताओं
ने
कृषि
मंत्री
की
बेटी
को
आगे
करने
का
विरोध
किया
है।
बीजेपी
के
दिग्गज
नेता
और
सांसद
ने
भी
उन
पर
वंशवाद
का
आरोप
लगाया
है।
उनका
कहना
है
कि
वह
व्यक्तिगत
तौर
पर
किसी
भी
नेता
के
परिवार
के
व्यक्ति
को
टिकट
देने
का
समर्थन
नहीं
करते
हैं।
बताया
जा
रहा
है
कि
बालाघाट
सांसद
बोध
सिंह
भगत
ने
मंत्री
गौरीशंकर
बिसेन
की
बेटी
मौसमी
को
टिकट
देने
का
विरोध
किया
है।
उन्होंने
कहा
कि
व्यक्तिगत
तौर
पर
किसी
भी
नेता
के
परिवार
के
व्यक्ति
को
टिकट
देने
का
वह
समर्थन
नहीं
करते
भगत
ने
कहा
कि
टिकट
देने
का
काम
पार्टी
को
करना
है
और
क्षेत्र
में
इसके
लिए
और
भी
उपायुक्त
कार्यकर्ता
हैं।
राज्य
के
कृषि
मंत्री
गौरीशंकर
बिसेन
अपनी
बेटी
मौसमी
और
पत्नी
रेखा
बिसेन
को
टिकट
देने
की
वकालत
कर
रहे
हैं।
बिसेन
का
नाम
उसी
सूची
में
शामिल
बताया
जाता
है,
जिनका
टिकट
पार्टी
इस
बार
काट
रही
है।
यहां
भी
पुत्रों
के
सपनों
पर
पानी
फिर
गया
होशंगाबाद
दौरे
पर
आए
पार्टी
के
राष्ट्रीय
अध्यक्ष
अमित
शाह
विधानसभा
चुनाव
में
टिकट
के
सपने
देख
रहे
नेताओं
और
उनके
पुत्रों
के
सपनों
पर
पानी
फेर
चुके
हैं।
होशंगाबाद
में
हुए
भोपाल-नर्मदापुरम
संभाग
के
बूथ
लेवल
कार्यकर्ता
सम्मेलन
में
उन्होंने
दो
टूक
कहा
कि
था
विस
चुनाव
में
टिकट
बंटवारे
में
परिवारवाद
नहीं
चलेगा।
हिदायत
देते
हुए
कहा
था
कि
भाजपा
काम
करने
वाले
कार्यकर्ताओं
की
पार्टी
है।
इशारों
में
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
और
स्वयं
का
उदाहरण
दिया।
मंच
से
कहा
भाजपा
चाय
पिलाकर
निस्वार्थ
सेवा
करने
वाले
नरेंद्र
मोदी
और
पार्टी
के
लिए
पर्दा,
पोस्टर
लगाने
वाले
मुझ
जैसे
छोटे
जमीनी
कार्यकर्ता
की
मेहनत
समझती
है।
इसके
बाद
से
ऐसा
लग
रहा
था
कि
पार्टी
इस
बार
मंत्री,
नेताओं
के
बेटी-बेटियों
को
टिकट
नहीं
देगी।
इधर
टिकट
वितरण
की
प्रक्रिया
में
रोजाना
मंत्री
खुद
या
फिर
अपने
परिवार
वालों
को
टिकट
दिए
जाने
की
मांग
कर
रहे
हैं।