रिश्वतखोर हेडमास्टर 5 साल के लिए गए जेल, मध्यान्ह भोजन में मांगी थी रिश्वत
स्कूल में बंटने वाले मध्यान्ह भोजन में भ्रष्टाचार करने और बिल बनाने के एवज में रिश्वत लेने के आरोपी एक हेड मास्टर को कोर्ट ने पांच साल की सजा सुनाई है। लोकायुक्त पुलिस ने हेडमास्टर को रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़ा था।
छतरपुर जिले साड़वा माध्यमिक स्कूल में पदस्थ रहे हेडमास्टर मुन्नालाल जैन ने मध्यान्ह भोजन बनाने वाले समूह की महिला के पति से बिल पास करने के एवज में 5 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। इस मामले में महिला के पति पुष्पेंद्र पाठक ने सागर लोकायुक्त में शिकायत की थी। जिसके बाद उन्हें रंगे हाथ रिश्वत की राशि लेते गिरफ्तार किया गया था।
अधिवक्ता लखन राजपूत के अनुसार लोकायुक्त द्वारा कोर्ट में प्रस्तुत प्रकरण के अनुसार साड़वा माध्यमिक स्कूल में शिकायतकर्ता पुष्पेंद्र पाठक की पत्नी स्व-सहायता समूह के माध्यम से मध्यान्ह भोजन बनाती हैं। इनके दिसंबर से मार्च तक के बिलों का भुगतान होना था। लेकिन हेडमास्टर मुन्ना लाल जैन भुगतान करने के लिए रिश्वत की मांग कर रहे थे। लोकायुक्त में 17 अगस्त 2015 को शिकायत की गई थी। जिसके बाद लोकायुक्त ने पुष्पेंद्र के माध्यम से रिकॉर्डिंग कराई थी, जिसमें मामला सही पाया गया था। शिकायतकर्ता के हाथ से दो हजार रुपए की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने मुन्नालाल को रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। मामले में विशेष न्यायालय में मामला प्रस्तुूत किया गया था। न्यायाधीष सुधांशु सिन्हा की कोर्ट ने सभी पक्षों को सुनने के बाद शिक्षक मुन्ना लाल जैन को 5 साल कैद व 20 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है।