एमपी:चीतों का बदल गया स्थान लेकिन नहीं बदले जाएंगे चीतों के नाम
कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए गए 8 में से 7 चीतों का नहीं बदला जाएगा नाम, सिर्फ एक चीते का प्रधानमंत्री मोदी ने रखा नाम
श्योपुर, 21 सितम्बर। नामीबिया से लाए गए चीतों का रहने का ठिकाना भले ही बदल गया हो लेकिन उनके नाम की पहचान बरकरार रहेगी। पीसीसीएफ वन्यजीव से मिली जानकारी के अनुसार नामीबिया से लाए गए 8 चीतों में से सिर्फ एक मादा चीता का नाम बदला गया है क्योंकि यह नाम खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बदला है बाकी बचे हुए 7 चीतों के नाम नहीं बदले जाएंगे।
17 सितंबर को नामीबिया से लाए गए थे 8 चीते
17 सितंबर को नामीबिया से विशेष विमान द्वारा 8 चीते कूनो नेशनल पार्क लाए गए थे। इन चीतों में तीन नर और पांच मादा चीते शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन के अवसर पर इन चीतों को कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था। इसके लिए भव्य आयोजन भी किया गया था।
8 में से एक मादा चीता का प्रधानमंत्री ने रखा था नाम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर के दिन जब कूनो नेशनल पार्क में चीतों को छोड़ा था तो उन्होंने इन 8 चीतों में से एक मादा चीता का नाम बदल दिया था। उन्होंने मादा चीते का नाम आशा रखा था। अब उस मादा चीते को आशा नाम से ही पहचाना जाएगा।
अन्य 7 चीतों का नाम नहीं बदला जाएगा
जानकारी के अनुसार नामीबिया से लाए गए 8 चीतों में से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक चीते का नाम बदल दिया गया है लेकिन अन्य 7 चीतों का नाम नहीं बदला जाएगा। नामीबिया में जो नाम इन चीतों का रखा गया था वही नाम भारत के कूनो नेशनल पार्क में भी इनकी पहचान बना रहेगा।
चीतों के होने वाले बच्चों के रखे जाएंगे नाम
फिलहाल इस बात का निर्णय ले लिया गया है कि नामीबिया में इन चीतों को जिस नाम से बुलाया जाता था वही नाम इनका कूनो नेशनल पार्क में भी रहेगा लेकिन इन चीतों के जो बच्चे होंगे उनका नामकरण जरूर किया जाएगा। फिलहाल इन चीतों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है।
यह है नामीबिया से लाए गए चीतों के नाम
नामीबिया से लाए गए 8 चीतों में से तीन नर चीतों के नाम ओबान, एल्टन और फ्रेडी है जबकि मादा चीतों के नाम सवानाह, साशा, सियाया और तबिल्सी है। जबकि एक मादा चीते का नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आशा रखा है।