बसपा छोड़ बाहुबलि नेता बृजेश पाठक भाजपा में हुए शामिल
दिल्ली। बसपा के शीर्ष बाहुबली नेता बृजेश पाठक आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा की मौजूदगी में दिल्ली भाजपा के मुख्यालय में बृजेश पाठक ने भाजपा की सदस्यता गृहण की।
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यूपी में भाई-भतीजावाद, गुंडागर्दी
भाजपा में शामिल होने के बाद बृजेश पाठक ने कहा कि यूपी में भाई-भतीजावाद, गुंड़ागर्दी का बोलबाला है और सर्वसमाज को दरकिनार कर दिया गया है। लिहाजा मैंने यह फैसला लिया कि अगर अब मैंने खुद को बसपा से अलग नहीं किया तो प्रदेश के लिए अहितकर होगा।
मोदी के विकास मॉडल की तारीफ
पीएम मोदी की विकास योजनाओं की तारीफ करते हुए कहा कि देश को विकास के मुद्दे पर ही आगे ले जाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि 2017 के चुनाव में भाजपा के लिए हर गली में जायेंगे और लोगों को विकास के लिए अपना मत देने की अपील करुंगा।
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महेश शर्मा बोले मायावती का जहाज डूब रहा
इस मौके पर बोलते हुए महेश शर्मा ने कहा कि अब मायावती का जहाज छोड़ने वालों की संख्या बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि बृजेश पाठक बसपा के मजबूत स्तंभ थे, उनका बीजेपी में आना यह दर्शाता है कि बसपा का जहाज किस तरह से डूब रहा है।
बसपा बोली निष्कासित कर दिया
वहीं भाजपा में शामिल होने से पहले बृजेश पाठक के के बारे में सतीश चंद्र मिश्रा ने बयान जारी करते हुए कहा था कि उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
मायावती के करीबी थे बृजेश पाठक
आपको बता दें कि बृजेश पाठक को बसपा सुप्रीमो मायावती के करीबी के रूप में माना जाता था।बृजेश पाठक को उन्नाव के बड़े नेता के रूप में जाना जाता है। माना जा रहा है कि उन्नाव में उनकी पैठ के चलते ही उन्हें भाजपा में जगह दी गयी है।
Delhi: Brajesh Pathak, a close aide of Mayawati joins BJP in presence of BJP President Amit Shah pic.twitter.com/uYGr13Chz1
— ANI UP (@ANINewsUP) August 22, 2016
तमाम आपराधिक मामले दर्ज हैं
बृजेश पाठक मुख्य रूप से हरदोई के रहने वाले हैं और 2004 में वह उन्नाव से सांसद रह चुके हैं। उन्हें बतौर बाहुबली नेता के तौर पर जाना जाा है। 2004 में दाखिल अपने हलफनामें में उन्होंने स्वीकार किया था कि उनपर अपहरण सहित तमाम मुकदमे दर्ज हैं। बृजेश पाठक लखनऊ विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष व अध्यक्ष के पद पर भी रह चुके हैं।