पेगासस जासूसी: अखिलेश ने कहा- भाजपा ने अपने नाम में ‘जनता' शब्द लगाने का नैतिक अधिकार खो दिया
लखनऊ, 27 जुलाई: पेगासस जासूसी मामले में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश का कहना है कि आम जनता की जासूसी कराने के कारण भाजपा ने अब अपने नाम में 'जनता' शब्द लगाने का नैतिक अधिकार खो दिया है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा को अब अपने नाम की नयी व्याख्या करनी चाहिए। बता दें, पेगासस मामले में विपक्ष लगातार सराकर पर हमलावर है। वहीं, सरकार इन आरोपों को खारिज कर चुकी है।
क्या है पेगासस जासूसी मामला ?
इजरायली कंपनी एनएसओ के पेगासस सॉफ्टवेयर से भारत में कथित तौर पर 300 से ज्यादा हस्तियों के फोन हैक किए जाने का दावा किया जा रहा है। दावे के मुताबिक, जिन लोगों के फोन टैप किए गए उनमें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और प्रह्लाद सिंह पटेल, पूर्व निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर सहित कई पत्रकार भी शामिल हैं।
अखिलेश ने की ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी की मांग
अखिलेश यादव ने इससे पहले इस मामले में जेपीसी (ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी) की मांग की थी। अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी जासूसी के सख्त खिलाफ है। उन्होंने कहा, ''यह जानना जरूरी है कि भाजपा को लोगों का भारी समर्थन हासिल है, उसके बाद भी जासूसी कराने की भाजपा को क्यों जरूरत पड़ी।'
मनोज झा ने की सुप्रीम कोर्ट की अध्यक्षता में जांच की मांग
आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने मंगलवार को कहा, ''हम चाहते हैं प्रधानमंत्री और गृहमंत्री आएं और पेगासस पर चर्चा हो क्योंकि पेगासस 4 कॉलम में पढ़ी जाने वाली खबर नहीं। किसी को नहीं पता किसने उपकरण खरीदे और किसने अधिकृत किया? ऐसे कई सवाल हैं। हम चाहते हैं सुप्रीम कोर्ट की अध्यक्षता में इसकी जांच हो।