जेल मंत्री ने कहा- मुख्तार को जेल मैनुअल के हिसाब से रहना होगा, अधिकारियों को दिए ये निर्देश
लखनऊ। दो साल के बाद यूपी का माफिया डॉन और विधायक मुख्तार अंसारी एक बार फिर बांदा जेल पहुंच गया है। यूपी पुलिस की भारी-भरकम सुरक्षा टीम के बीच मुख्तार अंसारी को पंजाब की रोपड़ जेल से बांदा जेल लाया गया। मुख्तार को बैरक नंबर 16 में रखा गया है। मुख्तार को बांदा जेल लाए जाने पर यूपी के जेल मंत्री जय कुमार सिंह जैकी ने कहा कि जब से योगी आदित्यनाथ सरकार आई है गुंडे, माफिया और अपराधी भयभीत हैं। उनको लगता है कि यूपी हमारे लिए सुरक्षित नहीं है। जेल मंत्री ने कहा कि अपराधियों में खौफ होना जरूरी है। सरकार भयमुक्त समाज की स्थापना के संकल्प के साथ आई थी।
मुख्तार को जेल मैनुअल के हिसाब से रहना होगा: जेल मंत्री
जेल मंत्री जय कुमार सिंह जैकी ने कहा कि मुख्तार अंसारी पहले भी बांदा जेल में रहा है। सुरक्षा को लेकर कोई दिक्कत परेशानी नहीं है। इस तरह के बंदियों, गैंगवार वाले अपराधियों को अलग बैरक में रखा जाता है, इसलिए मुख्तार को इस बैरक में बाकी सब से अलग रखा है। उन्होंने कहा कि मुख्तार को जेल मैनुअल के हिसाब से रहना होगा। मुख्तार को अगर पहले जैसी सुविधा होती तो पंजाब से यहां आने में आनाकानी न करता। यूपी में अब कानून का राज है। जेल अधीक्षक, जेलर समेत अन्य अधिकारियों को निर्देश है कि नियमों के विपरीत कोई सुविधा न दी जाए। अन्य कैदियों की तरह मुख्तार भी एक बंदी है।
तन्हाई बैरक में शिफ्ट किया गया मुख्तार अंसारी
बता दें, दो साल से ज्यादा वक्त पंजाब की रोपड़ जेल में बिताने के बाद मुख्तार अंसारी को बुधवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच बांदा जेल लाया गया। बांदा जेल पहुंचने के बाद मुख्तार अंसारी का मेडिकल चेकअप कराया गया। पहले तो मुख्तार को सामान्य बैरक में रखा गया था, लेकिन बाद में उसे जेल के अंदर बैरक नंबर-15 में शिफ्ट किया गया। फिर अचानक से उसे बैरक नंबर 16 में शिफ्ट कर दिया गया। इस बैरक को तन्हाई बैरक कहा जाता है। तन्हाई बैरक का मतलब है कि उसमें वो अकेला रहेगा, उसके साथ कोई नहीं होगा। जेल के बाहर और भीतर सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। आज मुख्तार का कोरोना का (आरटीपीसीआर टेस्ट) भी करवाया जाएगा।