मायावती बोलीं- सरकार जासूसी करवाती है, अधिकारों के लिए लड़ने वालों के खिलाफ ये बिल्कुल गलत
लखनऊ। व्हाट्सएप के जरिये जासूसी किए जाने को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। मायावती ने कहा, "सरकार जासूसी करवाती है। यह कोई रहस्य की बात नहीं है। मगर, लोकतांत्रिक मूल्यों व मूलभूत अधिकारों के लिए कोर्ट-कचहरी में लड़ने वालों के खिलाफ भी जिस तरह अवैध व निरंकुशता वाली जासूसी कराए जाने का रहस्योद्घाटन हुआ है, वह दुखद है। वाकई चिंता की बात है।"
मायावती ने यह टिप्पणी व्हाट्सएप की ओर से जारी उस बयान पर दी, जिसमें कहा गया था कि इजराइली स्पाईवेयर 'पेगासस' द्वारा जासूसी की जा रही है। विश्व के साथ ही भारत के भी पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता इसके शिकार हुए हैं।"
व्हाट्सएप ने कुबूला- जासूसी हो रही है
व्हाट्सएप द्वारा यह कहे जाने के बाद देश में लोगों की निजता को लेकर नए सिरे से बहस छिड़ गई। इस खुलासे के बाद केन्द्र सरकार ने कंपनी से पूछा कि उसने करोड़ों भारतीयों की निजता की सुरक्षा के लिये क्या कदम उठाए हैं। वहीं, सपा-कांग्रेस और बसपा आदि दलों ने इसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। मायावती ने ट्वीट कर कहा, "इस (जासूसी के खुलासे) से साबित होता है कि गरीबों, मजदूरों, व शोषितों आदि के हक व इंसाफ की जमीनी लड़ाई लड़ना कितना जोखिम भरा काम है।"
अखिलेश ने भी सरकार से किया सवाल
वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, "विदेशी कंपनी द्वारा निजता के साथ छेड़छाड़ के दुस्साहिक प्रयास में केन्द्र सरकार की भूमिका की जांच होनी चाहिये। व्हाट्सएप के माध्यम से विदेशी कम्पनी द्वारा जासूसी किए जाने की ख़बर बेहद संवेदनशील एवं राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चुनौती का विषय है।"
'निजी ज़िंदगी में झांकने का दुस्साहस'
सपा अध्यक्ष ने आगे यह भी कहा कि भाजपा सरकार का ऐसा करना लोगों की निजी ज़िंदगी में झांकने का दुस्साहस है। इस विषय में भाजपा सरकार की भूमिका का खुलासा होना ही चाहिए। यहां तक कि भाजपा समर्थक भी इसके विरोध में हैं।"
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