यूपी में कांग्रेस के लिए महागठबंधन की मजबूत नींव तैयार कर रहे हैं पीके
लखनऊ। बिहार की तर्ज पर भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ उत्तर प्रदेश में भी महागठबंधन की तैयारियां पूरी हो गयी हैं। कांग्रेस, जनता दल सहित कई छोटे दल महागठबंधन का हिस्सा बनने की तैयारियों में जुटी हैं। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की नैय्या पार करने का जिम्मा संभाल रहे प्रशांत किशोर इसकी तैयारी कर रहे हैं कि बिहार की ही तरह उत्तर प्रदेश में महागठबंधन तैयार किया जा सके।
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पीके चाहते हैं कि इस महागठबंधन का केंद्र कांग्रेस रहे जबकि अन्य दल सहायक की भूमिका निभाये। महागठबंधन की राजनीति को आगे ले जाने के लिए जदयू नेता कई छोट-छोटे दल के नेताओं से मुलाकात भी कर रहे हैं साथ ही महागठबंधन को मजबूत विकल्प के तैयार करने की कोशिश कर रही हैं।
यूपी में कांग्रेस के लिए महागठबंधन की मजबूत नींव तैयार कर रहे हैं पीके
बिहार में जिस तरह से आखिरी समय पर समाजवादी पार्टी ने महागठबंधन से नाता तोड़ा था उसे ध्यान में रखते हुए प्रशांत किशोर सपा को इस गठबंधन से दूर रखना चाहते हैं। जदयू के महासचिव केसी त्यागी ने इस बात के संकेत साफ तौर पर दे दिये हैं कि यूपी में वह कांग्रेस के साथ महागठबंधन करेंगे और छोटे दलों को भी इससे जोड़ेंगे।
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यूपी में जातीय समीकरण को साधने के लिए महागठबंधन की कोशिश होगी की सभी जाति के लोगों को अपनी ओर खींचा जा सके। इसे ही ध्यान में रखते हुए पिछड़ो, दलितों और मुसलमानों को अपनी ओर करने के लिए नीतीश कुमार को इस महागठबंधन में जोड़ा जा रहा है।
कांग्रेस जिस तरह से अभी भी हर जातीय समीकरण में फिट बैठती है वह उसके पक्ष में जा सकता है। किसी भी जाति विशेष वर्ग का पार्टी के खिलाफ नहीं होना कांग्रेस के पक्ष में जा सकता है। इसके अलावा छोटे दलों को उनकी क्षेत्र में प्रभाव को देखते हुए इस महागठबंधन से जोड़ा जा रहा है।
ऐसे में अगर कांग्रेस अगर प्रियंका गांधी को मुख्य चेहरे के तौर पर पेश करती है और उन्हें अमेठी के अलावा प्रदेश के अन्य जिलों में भी आगे बढ़ाती है तो कांग्रेस को इसका खासा लाभ हो सकता है। अगर प्रियंका को मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के तौर पर पेश किया जाता है तो पंडित और युवा वर्ग का वोट कांग्रेस की ओर आ सकता है।