भैंसा कुंड: कोरोना से मौतें, लखनऊ के श्मशाम घाट पर जलती चिताओं का Video Viral
लखनऊ, अप्रैल 15: कोरोना से बचाव ही उपाय है। हालात ये हैं हर जगह चीख पुकार, सड़कों पर सरपट दौड़ती एंबुलेंस, अस्पताल में बेड फुल, ऑक्सीजन गुल, श्मशान भरे पड़े हैं। ऐसा ही भयावह मंजर लखनऊ के भैंसा कुंड का, जहां चिताएं जल रही हैं। बुधवार को सोशल मीडिया पर श्मशान घाट पर जलती चिताओं का ये वीडियो वायरल हो गया है। फेसबुक, व्हॉट्सऐप से लेकर ट्विटर तक, हर जगह ये वीडियो शेयर किया जाने लगा। लोगों से अपील की गई कि सावधानी बरते हैं, सतर्क रहें। जरूरी हो तो ही घर से बाहर निकलें। बता दें, इस वीडियो के जरिए लोग सरकार द्वारा जारी कोरोना से मौतों के आंकड़ों पर भी सवाल उठा रहे हैं। आरोप लगाया जा रहा है कि कोरोना से मौतों के आंकड़ों को कम करके बताया जा रहा है।
Recommended Video
लखनऊ में एक दिन में 5433 नए केस
उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, लखनऊ में 24 घंटे के अंदर 5433 लोग कोरोना की चपेट में आए। वहीं, 14 लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। सोशल मीडिया लखनऊ के श्मशान घाट का जो वीडियो वायरल हुआ उसमें कई चिताएं एक साथ जलती हुई दिखीं। इस वीडियो पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं भी दे रहे है। कई सरकार द्वारा जारी किए गए कोरोना से मौतों के आंकड़े पर सवाल भी उठा रहे हैं। यूपी में पिछले पिछले 24 घंटों में ही 20,510 नए कोरोना संक्रमित मामले सामने आए हैं। इस समय कुल एक्टिव केस 1,11,835 हैं। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद कहते हैं कि पिछले 24 घंटों में मामले तो बढ़े हैं, लेकिन 4517 लोगों ने कोरोना संक्रमण को मात भी दी है।
सीएम योगी, अखिलेश यादव सहित कई नेता कोरोना की चपेट में
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, समाजवदी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित कई नेता और अफसर कोरोना की चपेट में आ गए हैं। दूसरे राज्यों से उत्तर प्रदेश आ रहे प्रवासी मजदूरों को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार ने नए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। नई गाइडलाइन के मुताबिक, दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूरों की स्क्रीनिंग कराई जाएगी। स्क्रीनिंग में किसी भी प्रकार के लक्षण पाए जाने पर मजूरों को क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाएगा और जांच करवाने के बाद यादि वह संक्रमित पाए जाते है तो उसे उन्हें 14 दिन तक आइसोलेशन में रखा जाएगा और जो लक्षणविहीन रहेंगे, उन्हें 7 दिन तक क्वारंटाइन सेंटर में रहना होगा।
अपर मुख्य सचिव ने सभी जिलों के डीएम और कमिश्नर को दिए निर्देश
अपर मुख्य सचिव ने सभी जिलों के डीएम और कमिश्नर को निर्देश जारी किया है कि जिला प्रशासन प्रत्येक प्रवासी का नाम, नंबर और पता का पूरा विवरण रखेगा। साथ ही हर जिले में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर में हर प्रवासी को रखा जाएगा और वहीं पर उनका पूरा ब्यौरा दर्ज होगा। इसके अलावा सरकार ने टेस्टिंग और ट्रेसिंग बढ़ाने पर जोर दिया है। साथ ही कहा है कि दूसरे राज्यों से आने वाले ऐसे व्यक्ति जिनकों घरों में होम आइसोलेशन की व्यवस्था नहीं है, को इस्टीटूयशन क्वारेंटाइन में ही रखा जाए। ग्रामीणों स्तर पर होम आइसोलेशन की व्यवस्था न होने पर इस्टीटूयशन क्वारेंटाइन हेतू प्राथमिक व माध्मिक स्कूलों को क्वारेंटाइन सेंटर बनाया जाए।