यूपी में मिले कोरोना वायरस के 1924 नए मरीज, होम आइसोलेशन के अलावा होटल में भी रह सकते हैं लक्षणरहित मरीज
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के मामले लगातार लगातार बढ़ रहे हैं जिसको रोकने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार नए-नए कदम उठा रही है। पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण के 1924 नए मामले सामने आए हैं। प्रदेश में फिलहाल 19137 मरीजों में यह वायरस एक्टिव है और 30831 मरीज इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं। यूपी में इस बीमारी से अब तक 1192 लोगों की मौत हुई है। जिन मरीजों में वायरस हैं लेकिन उसके लक्षण नहीं हैं, उनको लेकर प्रदेश सरकार चिंतित है। सरकार का कहना है कि ऐसे मरीज जो बीमारी को छुपा रहे हैं, उनसे वायरस के फैलने के खतरे को देखते हुए उनको अपने घर में आइसोलेशन में रहने की अनुमति दी जाएगी।
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होम
आइसोलेशन
की
सुविधा
इस
बारे
में
जानकारी
देते
हुए
अपर
मुख्य
सचिव
गृह
अवनीश
अवस्थी
ने
बताया
कि
प्रदेश
सरकार
अब
निर्धारित
प्रोटोकॉल
के
अधीन
शर्तों
के
साथ
होम
आइसोलेशन
की
अनुमति
देगी।
इसकी
वजह
बताते
हुए
उन्होंने
कहा
कि
बड़ी
संख्या
में
कोविड-19
के
लक्षणरहित
मरीज
बीमारी
को
छुपा
रहे
हैं
जिससे
संक्रमण
के
बढ़ने
का
खतरा
है।
इसके
देखते
हुए
प्रदेश
सरकार
ने
यह
फैसला
लिया
है।
होम
आइसोलेशन
की
शर्तें
होंगी
सख्त
प्रदेश
में
अब
तक
मरीजों
को
होम
आइसोलेशन
में
रहने
की
अनुमति
नहीं
दी
गई
थी।
अवनीश
अवस्थी
ने
बताया
कि
होम
आइसोलेशन
में
रहने
की
शर्तें
बहुत
सख्त
होंगी।
घर
में
कोरोना
पॉजिटिव
मरीजों
को
रखने
पर
ऐसे
नियमों
का
पालन
करना
होगा
जिससे
अन्य
व्यक्ति
संक्रमित
के
संपर्क
में
न
आएं।
बताया
कि
मुख्यमंत्री
योगी
आदित्यनाथ
ने
घर-घर
जाकर
सर्वे
का
आदेश
दिया
है।
सर्वे
का
यह
काम
लगातार
चलता
रहेगा।
जहां
सर्वे
हो
चुका
है,
वहां
अगले
सप्ताह
फिर
किया
जाएगा।
होटलों
में
भी
मरीजों
के
लिए
व्यवस्था
प्रदेश
में
लक्षणरहित
मरीजों
के
लिए
होटलों
में
भी
रहने
की
व्यवस्था
की
गई
है।
इसके
लिए
मरीजों
को
कीमत
चुकानी
होगी।
रविवार
को
जारी
आदेश
के
मुताबिक,
होटल
के
दरों
को
तय
करने
की
जिम्मेदारी
डीएम
की
है।
वहीं
होटल
में
सरकारी
इलाज
की
व्यवस्था
का
चार्ज
2
हजार
रुपए
रखा
गया
है।
अगर
मरीज
को
निशुल्क
इलाज
चाहिए
तो
उनको
सरकार
के
कोविड
अस्पताल
में
भर्ती
होना
पड़ेगा।
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