69 हजार शिक्षक भर्ती मामला: अभ्यर्थियों ने घेरा पांच कालिदास मार्ग, प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज
69 हजार शिक्षक भर्ती मामला: अभ्यर्थियों ने घेरा पांच कालिदास मार्ग, प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज
लखनऊ, जून 30: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में कमी और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के नजदीक आते ही रोजगार का मुद्दा एक बार फिर उत्तर प्रदेश के अंदर गरमा गया है। शिक्षक बनने की चाह रखने वाली अभ्यर्थी सड़क पर उतर आए हैं और सीएम मार्ग घेरा पांच कालिदास को घेर लिया है। अभ्यर्थियों ने बुधवार को सीएम आवास मार्ग पर जोरदार प्रदर्शन किया। अचानक शुरू हुए इस प्रदर्शन को पुलिस ने बल का प्रयोग करते हुए हटाया।
69 हजार शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी बुधवार 30 जून को एक बार फिर सड़क पर उतर गए हैं। उन्होंने 5 कालिदास मार्ग का घेराव किया, जहां मुख्यमंत्री से लेकर उप मुख्यमंत्री तक आवास हैं। आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों का कहना है कि 69 हजार पदों की भर्ती में ओबीसी वर्ग को नियमानुसार 27 फीसदी आरक्षण नहीं दिया गया, बल्कि 4 फीसदी से भी कम आरक्षण मिला। इसी तरह एससी वर्ग को भी 21 फीसदी आरक्षण नहीं मिलने का आरोप लगाया।
अभ्यर्थियों के अनुसार, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने 29 अप्रैल को सरकार को अंतरिम रिपोर्ट भेजी थी। लेकिन, सरकार ने अंतरिम रिपोर्ट पर डेढ़ महीने बाद भी कोई जवाब नहीं दिया। अभ्यर्थियों के अनुसार, आयोग ने माना कि भर्ती में 5844 सीटों पर गड़बड़ी हुई है। जिसके बाद बुधवार को आरक्षण की मांग को लेकर पिछड़ा वर्ग के छात्र सड़क पर उतार आए और प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान उप मुख्यमंत्री के बंगले का घेराव कर रहे अभ्यर्थियों पर पुलिस बल ने लाठीचार्ज कर उन्हें वहां से हटाने में जुट गई। लेकिन अभ्यर्थी अपनी मांगों पर अड़े रहे। लाठीचार्ज के बाद वहां भगदड़ मच गई, जिसमें कई छात्र घायल हो गए। पुलिस ने कई छात्रों को हिरासत में भी लिया है।
योगी
सरकार
ने
नहीं
जोड़े
22
हजार
पद
अभ्यर्थियों
के
अनुसार,
योगी
सरकार
की
पहली
68500
पदों
की
शिक्षक
भर्ती
में
करीब
22
हजार
पद
खाली
रह
गए
थे।
तब
यह
कहा
गया
था
की
आगामी
भर्ती
में
ये
पद
जोड़
दिए
जाएंगे।
लेकिन
69
हजार
पदों
की
दूसरी
भर्ती
में
इन
पदों
को
जोड़ा
नहीं
गया।
इनका
कहना
है
कि
प्रदेश
में
परीक्षा
उत्तीर्ण
पर्याप्त
अभ्यर्थी
हैं
इसलिए
पहली
भर्ती
के
बचे
22
हजार
पदों
को
भी
भरा
जाए।
अपना हक मांगना गुनाह है: ओम प्रकाश राजभर
69 हजार शिक्षक भर्ती पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा, 'भाजपा को सिर्फ़ पिछड़ो का वोट तो चाहिए पर पिछड़ो को हिस्सा नहीं देगी, भाजपा सरकार में बैठे पिछड़े लोडर नेता, 2022 में वोट मांगने जाए तो इन्हीं को हिरासत में लेकर जब तक इनका बहिष्कार नहीं करेंगे तब तक ये सुनने वाले नही है। इनका काम सिर्फ़ गुलामी करना, हक हिस्से के लिए बोलना नहीं।' उन्होंने कहा, '69000_शिक्षक_भर्ती में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने भी माना है,पिछड़ो की 5844 सीट का घोटाला हुआ है। आज उप मुख्य मंत्री,श्री केशव प्रसाद मौर्य जी के आवास पर जब पीड़ित अभ्यर्थियों ने अपनी शिकायत लेकर पहुँचे तो पुलिस ने बल प्रयोग कर हिरासत में ले लिया। अपना हक मांगना गुनाह है।'