ललितपुर में पीड़िता की मां से मिले अखिलेश, कहा- BJP बताए पुलिस स्टेशन पर बुलडोजर चलेगा की नहीं चलेगा?
ललितपुर, 04 मई: यूपी के ललितपुर में थाने के अंदर किशोरी से रेप की वारदात को लेकर सियासत शुरू हो गई है। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ललितपुर बुधवार की दोपहर ललितपुर पहुंचे। यहां उन्होंने पीड़िता की मां से मुलाकात की। इसके बाद अखिलेश ने मीडिया से बातचीत में कहा, ''मैं रेप पीड़िता की मां से मिलकर आया हूं। मां ने बताया कि उनकी बेटी को कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। शुरू में पुलिस ने मामले में सुनवाई नहीं की। मामले में पुलिस दोषी है।'' अखिलेश ने कहा, जिससे उम्मीद की जाती है, उनसे न्याय मिलेगा अगर वही पुलिस उस बेटी के साथ ऐसी घटना करे तो सोचिए हम किस दौर में हैं। अब भाजपा की सरकार बताएं पुलिस स्टेशन पर बुलडोज़र चलेगा की नहीं चलेगा?
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क्या है पूरा मामला ?
शहर के पाली थाना क्षेत्र की एक महिला ने एसपी से शिकायत की थी कि उसकी नाबालिग बेटी को पाली के चार लोग 22 अप्रैल को बहला फुसलाकर भोपाल ले गए। उसके बाद उसे रेलवे स्टेशन के पास तीन दिन तक छिपाकर रखा और रेप किया। इसके बाद 26 अप्रैल को चारों लड़के लड़की को वापस लाए और थाना पाली में छोड़ कर भाग गए।
SHO ने किया रेप पीड़िता का रेप
पाली थाने की पुलिस ने लड़की को उसकी मौसी के पास पहुंचा दिया। 27 अप्रैल की सुबह किशोरी को थाने में बुलाकर बयान दर्ज किया गया। बयान दर्ज होने के बाद मौसी अपनी भांजी को इंस्पेक्टर के कमरे में ले गई, जहां उसके साथ एक बार फिर रेप की वारदात को अंजाम दिया गया। आरोप है कि एसएचओ ने रेप करने के बाद उसे फिर मौसी को सौंप दिया।
ललितपुर: गैंगरेप पीड़ित किशोरी से SHO ने किया रेप, शिकायत करने पहुंची थी थाने
किशोरी को 30 अप्रैल को चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया, जहां काउंसलिंग में उसने घटना का खुलासा किया। इसके बाद महिला की शिकायत पर एसपी निखिल पाठक ने मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। 3 मई को थानाध्यक्ष पाली तिलकधारी सरोज को सस्पेंड करते हुए उसके खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करा दिया। पुलिस ने आरोपी एसएचओ को प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया है।