IG मोहित अग्रवाल ने कहा- नहीं दी गई फिरौती की रकम तो बहन बोलीं- पुलिस खा गई होगी
कानपुर। 22 जून को लैब टेक्नीशियन संजीत यादव का अपहरण करने के चार दिन बाद यानि (26 जून) को हत्या कर दी गई। हत्यारोपियों ने संजीत का शव पांडु नहीं में फेंक दिया। इतना ही नहीं, 29 जून को संजीत के परिजनों से 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। परिजनों ने इस बात की शिकायत पुलिस से की, लेकिन संजीत को पुलिस नहीं तलाश पाई। परिजनों का आरोप है कि गहने-जेवर बेचकर फिरौती के रुपए जुटाए और पुलिस के कहने पर 30 लाख की फिरौती भी दे। वहीं, कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा अभी तक की जांच के मुताबिक फिरौती की रकम नहीं दी गई है। फिर भी हम सभी कोणों से मामले की जांच कर रहे हैं।
पुलिस के कहने पर दी थी फिरौती की रकम
कानपुर आईजी मोहित अग्रवाल के बयान के बाद संजीत यादव की बहन ने आजतक से बात करते हुए कहा कि पुलिस शुरुआत से लापरवाही बरत रही है। अभी भी पुलिस को संजीत का बैग नहीं मिला है। अभी तक हमें उसकी लाश नहीं मिली है। इस दौरान पूरा घटनाक्रम बताते हुए संजीत यादव की बहन ने कहा कि पहले बर्रा के थाना इंचार्ज रणजीत राय के पास गए और फिर मैं साउथ मैडम के पास गई थी। तो मैडम ने कहा कि जाइए पैसे की व्यवस्था कीजिए, पैसा नहीं जाएगा और बच्चा वापस आ जाएगा। उनके कहने पर हमने फिरौती की रकम दी थी।
मेरे सामने दी जाएं आरोपियों को फांसी
संजीत यादव की बहन ने कहा कि पुलिस की लापरवाही के कारण भाई की हत्या हुई है। मैं आईजी, डीआईजी सबके संज्ञान में मामला था, लेकिन सबने लापरवाही की। पुलिस अधिकारियों के लिए यह छोटी सी बात थी। मेरे मां-बाप के लिए इकलौता सहारा था। चार पुलिस अफसरों के निलंबन पर संजीत यादव की बहन ने कहा कि इन लोगों के निलंबन से कुछ नहीं होने वाला है। आज इन्होंने मेरे साथ ऐसा किया, लेकिन किसी और के साथ करेंगे, कल कोई और बहन रोएगी। सभी पुलिसकर्मियों को जेल भेजा जाए। संजीत यादव की बहन ने कहा कि सरकार से अपील है कि मेरे सामने मेरे भाई के दोषियों को फांसी दी जाए।
Recommended Video
पुलिस खा गई होगी पैसा
फिरौती न देने के सवाल पर संजीत यादव की बहन ने कहा कि अगर मेरे पापा ने पैसे फेंके तो पैसे गए कहां? किडनैपर के पास नहीं गया तो पुलिस प्रशासन और बर्रा थाना इंचार्ज रणजीत राय पैसा खाए होंगे। पुलिस की मिलीभगत है। शुरुआत ही मेरे ऊपर ही अपहरण का आरोप लगा दिया। संजीत यादव की बहन ने कहा कि अगर शुरू से पुलिस ने मेरी बातों पर गंभीरता दिखाई होती तो आज हमें यह दिन नहीं देखना पड़ता।