कानपुर: आर्थिक तंगी और गृह कलह की वजह से दंपती ने लगाई फांसी, लॉकडाउन में छूटी थी नौकरी
कानपुर। कोरोना महामारी की वजह से देशभर में लगे लॉकडाउन की वजह से तमाम लोगों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा। मजदूरों को एक वक्त की रोटी के लिए भी मोहताज होना पड़ा तो वहीं सैकड़ों छोटी-बड़ी कंपनियां बंद हो गईं। इस कंपनियों में काम करने वाले लोग भी बेरोजगार हो गए। इस बेरोजगारी की वजह से तमाम लोगों ने आत्महत्या कर ली। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले का है। यहां एक दंपत्ति ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस व फोरेंसिक की टीम जांच में जुट गई।
लॉकडाउन में बंद हुआ कारखाना, छूटी नौकरी
मामला चकेरी थाना क्षेत्र के ओमपुरवा ताड़ीखाना का है, जहां बुधवार रात एक दंपती ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जानकारी के मुताबिक, 40 वर्षीय राकेश कुमार अपनी पत्नी अर्चना और दो बच्चे 10 वर्षीय बेटी अदिति 5 वर्षीय बेटे अंश के साथ रहते थे। उनके साथ राकेश की सास शकुंतला देवी भी रहती थी। राकेश के पड़ोसियों ने बताया कि लॉकडाउन के पहले वह एक कारखाने में काम करता था, लेकिन लॉकडाउन के बाद उसकी नौकरी छूट गई। इसके बाद से ही आए दिन किसी न किसी बात को लेकर घर में विवाद होता था।
साड़ी से फांसी का फंदा बनाकर की आत्महत्या
पड़ोसियों के अनुसार, बुधवार रात को भी दोनों में विवाद हुआ। इसके बाद दोनों ऊपर कमरे में गए और एक साड़ी से फांसी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। कुछ देर बाद जब सास शकुंतला ऊपर के कमरे में पहुंची तो दोनों के शव लटके मिले। चीख-पुकार मचने पर इलाके के लोगों को जानकारी हुई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस व फोरेंसिक ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच में जुटी हुई है।
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