कानपुर: मवेशियों को छुड़ाना पुलिस को पड़ा भारी, ग्रामीणों ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा
Kanpur News, कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में किसानों ने 50 से ज्यादा मवेशियों को सरकारी स्कूल में बंद कर गेट में ताला डाल दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मवेशियों को बाहर निकालने के लिए गेट का ताला खोल दिया। इस बात से नाराज किसानों ने पुलिस पर हमला कर दिया। पुलिस को लाठी-डंडे लेकर दौड़ा लिया और पथराव किया। इस दौरान चौकी इंचार्ज व सिपाही जान बचाने के लिए स्कूल में छिप गए। सूचना पर पांच थानों के फोर्स पहुंचने के बाद ग्रामीण वहां से भागे। तब कहीं जाकर स्थिति नियंत्रित हो सकी।
जानकारी के अनुसार, मामला कानपुर के बिधनू के नगवा गांव का है। शुक्रवार को ग्रामीणों ने 50 बेसहारा मवेशियों को पूर्व माध्यमिक विद्यालय परिसर में बंद कर दिया। स्कूल पहुंची शिक्षिकाओं को ग्रामीणों ने वापस लौटा दिया। सूचना पर कुरियां चौकी इंचार्ज चन्द्रप्रकाश तिवारी, दीवान कमलेश व सिपाही ओमवीर संग मौके पर पहुंचे। चौकी इंचार्ज ने ग्रामीणों से मवेशियों को मुक्त करने को कहा। ग्रामीणों के न मानने पर पुलिस ने स्कूल के गेट का ताला तोड़ दिया।
इस पर भीड़ ने दारोगा व सिपाहियों पर पथराव शुरू कर दिया। जिसमें दारोगा, दीवान और सिपाही को पीठ व हाथ में पत्थर लगे। दारोगा ने सिपाहियों संग स्कूल में छिपकर थाना पुलिस को जानकारी दी। उपद्रवियों ने स्कूल का गेट बाहर से बंद कर दारोगा की बाइक तोड़ दी। साथ ही पथराव शुरू कर दिया। पत्थरबाजी कर रहे उपद्रवियों को स्कूल में घुसते देख चौकी इंचार्ज ने रिवाल्वर निकाल कर खदेड़ा। सूचना पर फोर्स संग पहुंचे इंस्पेक्टर बिधनू द्रविण कुमार सिंह ने लाठियां पटककर भीड़ को खदेड़ा। बलवा की जानकारी पर नौबस्ता, घाटमपुर, किदवई नगर, जूही, बर्रा का फोर्स मौके पर पहुंचा।
बिधनू इंस्पेक्टर द्रविण कुमार सिंह ने बताया कि करीब 50 उपद्रवियों के नाम चिह्नित कर बलवा समेत अन्य धाराओं में कार्रवाई कर धरपकड़ की जाएगी। मामले को लेकर बिधनू के खंड शिक्षा अधिकारी सुनील द्विवेदी ने कहा कि इस तरह आये दिन विद्यालयों में मवेशियों को बंद करके शिक्षण कार्य को बाधित करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।