पुलिस नाके पर बिगड़ी गर्भवती महिला की तबीयत, फिर डीसीपी बन गई डॉक्टर.
बाड़मेर। राजस्थान में कोरोना वायरस का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। छह मई को जारी स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना पॉजिटिव केस 3244 हो गए हैं। कोरोना के कहर से बचने के लिए देशभर में 17 मई तक के लिए लॉकडाउन 3 लागू है। लॉकडाउन के दौरान अस्पतालों में डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ जहां कोरोना से जंग लड़ रहे हैं। वहीं, सड़कों पर पुलिस ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रही है।
लॉकडाउन के चलते चप्पे-चप्पे पर पुलिस पेट्रोलिंग कर रही है। अस्पतालों में ओपीडी को बंद किया गया है, लेकिन इमरजेंसी केस को देखा जा रहा है। बाड़मेर से गर्भवती महिला को जोधपुर के उम्मेद अस्पताल ले जाया जा रहा था। उसी दौरान जोधपुर के बॉर्डर नाके पर गाड़ी खराब हो गई। उस महिला के पेट में बहुत तेज दर्द होना शुरू हो गया।
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प्रसव पीड़ा के कारण महिला की तबीयत ज्यादा बिगड़ने लगी तो पुलिस नाके पर तैनात महिला कांस्टेबल डीसीपी प्रीति चंद्रा ने इस महिला की मदद की और सड़क पर ही इस महिला की डिलीवरी करवाई। महिला ने बच्ची को जन्म दिया। उसके बाद महिला व नवजात बच्ची को उम्मेद अस्पताल में भर्ती कराया गया।