कौन है ये जोधपुर का ओमा राम जिसने BSF के रसोइए की नौकरी छोड़ कर डाली 100 करोड़ की ठगी
कौन है ये जोधपुर का ओमा राम जिसने BSF के रसोइए की नौकरी छोड़ कर डाली 100 करोड़ की ठगी
जोधपुर, 29 जुलाई। राजस्थान के जोधपुर का सबसे बड़ा ठग ओमा राम पकड़ा गया है। यह वो शख्स है जिसने सीमा सुरक्षा बल के रसोइए की नौकरी छोड़कर सौ करोड़ की ठगी कर डाली और पुलिस के साथ लंबे समय से छुकाछिपी का खेल खेल रहा था। अब इसे दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पकड़ा है। इस शातिर को पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस बीते 6 माह से कोशिश कर रही थी।
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बता दें कि साल 2004 में ओमा राम की बीएसएफ में रसोइए के पद पर नौकरी लगी थी। 2 साल बाद ही ओमा राम ने यह नौकरी छोड़कर साल 2007 में अपनी सिक्योरिटी कंपनी शुरू की। कंपनी में 60 लोग भर्ती करने के बाद उसने कंपनी को एक्स सर्विसमैन राकेश मोहन को बेच दिया। फिर एमएलएम कंपनी में एजेंट का करने लगा लगा और करीब डेढ़ करोड़ रुपए कमाए। इसके बाद यहां से भी नौकरी छोड़ दी। साल 2009 में एक लिमिटेड कंपनी खोलकर उसका एमडी बना। इधर, साल 2008 से 2011 के बीच इसके खिलाफ राजस्थान में ठगी के 49 मामले दर्ज हुए। राजस्थान पुलिस ने 46 मामलों में इसे भगोड़ा भी घोषित कर रखा था।
यह
अपनी
कंपनी
में
नए
सदस्यों
को
जोड़ने
पर
कमीशन
का
लालच
देकर
4000
रुपए
जमा
करवाता
था।
बदले
में
उन्हें
400
रुपये
का
एक
सफारी
सूट
देता
था।
इसकी
कंपनी
ने
लोगों
को
100
करोड़
का
चूना
लगा
दिया।
कुछ
समय
बाद
कंपनी
ने
कमीशन
देना
बंद
कर
दिया।
साल
2011
में
कंपनी
के
खिलाफ
कई
क्रिमिनल
केस
राजस्थान
में
दर्ज
हो
गए
तो
ओमा
राम
वहां
से
फरार
हो
गया
था।
कई
दिन
तक
इंदौर
में
रहा
और
फिर
दिल्ली
आ
गया।
यहां
उसने
प्रॉपर्टी
डीलिंग
का
काम
शुरू
किया।